प्रधानमंत्री मोदी ने प्रवासी भारतीयों के साथ संबंधों को मजबूत करने के लिए लंदन में सिख समुदाय से मुलाकात की
हमारी प्रगति सिर्फ़ हमारे विकास में नहीं बल्कि देश के हर नागरिक को बेहतर जीवन उपलब्ध कराने के हमारे प्रयासों में निहित है: प्रधानमंत्री
वर्तमान में भारत में रहना बुद्धिमत्तापूर्ण; हम भारत में निवेश को आसान और ‘मेक इन इंडिया’ के माध्यम से इसे और बेहतर बना रहे हैं: पीएम
भारत और ब्रिटेन में अपने आर्थिक संबंधों को मजबूत करने की काफ़ी क्षमता है: प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री डेविड कैमरून के साथ ब्रिटिश संसद के बाहर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 12 नवंबर, 2015 को लंदन पहुंचे। उन्हें गॉर्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री श्री डेविड कैमरून ने उनका आधिकारिक स्वागत किया।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। वार्ता के बाद प्रेस वक्तव्य के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि वे ब्रिटेन यात्रा से प्रसन्न हैं।

हिन्दी में प्रधानमंत्री ने कहा, “यह संबंध हमारे लिए अति महत्वपूर्ण है। इतिहास की जानकारी, लोगों का लोगों से अनोखा बंधन और हमारे साझा मूल्य इस संबंध को विशेष बनाते हैं। हमारे बीच सभी क्षेत्रों- व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, विज्ञान और शिक्षा, स्वच्छ ऊर्जा और स्वास्थ्य, प्रौद्योगिकी और नवाचार तथा संस्कृति में जीवंत और मजबूत भागीदारी है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हमारे बीच कई साझा हित हैं, जो दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण है।

हम राजनीतिक बातचीत बढ़ाने और नियमित द्विपक्षीय सम्मेलन आयोजित करने पर सहमत हैं। हमने फैसला किया है कि विश्व के अन्य क्षेत्रों में विकास में सहायता के लिए हमारे साझा मूल्यों को साझेदारी में परिवर्तित करें और हम सभी क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

हम ब्रिटेन के साथ रक्षा और सुरक्षा सहयोग को अति महत्व देते हैं, जिसमें नियमित अभ्यास और रक्षा व्यापार तथा सहयोग शामिल हैं। यह सहयोग बढ़ेगा। मुझे यह जानकर भी प्रसन्नता हुई है कि ब्रिटेन फरवरी, 2016 में भारत में होने वाली अंतर्राष्ट्रीय नौसेना समीक्षा में हिस्सा लेगा। ब्रिटेन, भारत की रक्षा आधुनिकीकरण योजना में भी मजबूत भागीदार है, जिसमें रक्षा क्षेत्र में मेक-इन-इंडिया मिशन शामिल है।

हमारी सुदृढ़ आर्थिक भागीदारी है और यह हमारे बीच साझेदारी का महत्वपूर्ण स्तम्भ है। मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में यह संबंध प्रगाढ़ होंगे, जिससे तेजी से प्रगति कर रहे भारत में अवसर बढ़ेंगे तथा ब्रिटेन की आर्थिक मजबूती को और बल मिलेगा। ब्रिटेन पहले से ही भारत में निवेश करने वाला तीसरा सबसे बड़ा देश है। भारत में यूरोपीय संघ द्वारा मिलकर किए गए निवेश से भी अधिक निवेश ब्रिटेन का है। हम, भारत में ब्रिटेन से निवेश के लिए नई फास्ट ट्रैक व्यवस्था का शुभारंभ करेंगे। भारत-ब्रिटेन मुख्य कार्यकारी अधिकारी मंच में नई जान फूंकना एक स्वागत योग्य कदम है।

हम भी लंदन के वित्तीय बाजार में कोष बढ़ा रहे हैं। मैं प्रसन्न हूं कि हम लंदन में रेलवे रुपया बॉन्‍ड जारी करेंगे, लेकिन मुझे लगता है कि यह स्वाभाविक है। यहां से भारतीय रेल की यात्रा शुरू होती है।”

संयुक्त प्रेस वक्तव्य के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ऐसी किसी भी घटना को सहन नहीं करेगा, जो समाज के मौलिक आदर्शों का उल्लंघन करती हो। उन्होंने कहा कि भारत एक जीवंत जनतंत्र है, जो संविधान के अंतर्गत व्यक्तिगत अधिकारों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।

ब्रिटेन की संसद में अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने कहाः “सबका साथ, सबका विकास का सिद्धांत राष्ट्र के बारे में हमारी परिकल्पना है, जिसमें प्रत्येक नागरिक प्रतिभागी बनें और समृद्ध हों।

यह हमारी विविधता का उत्सव भी है, सामाजिक सद्भाव के लिए मत है और व्यक्तिगत स्वतंत्रता तथा अधिकारों के लिए प्रतिबद्धता है।

यह हमारी संस्कृति का शाश्वत चरित्र है, यह हमारे संविधान का आधार है और यह हमारे भविष्य की बुनियाद होगी।”

प्रधानमंत्री ने गिल्डहॉल में लंदन के कारोबारी समुदाय को संबोधित किया।

प्रधानमंत्री ने कहा, “कई सदियों से ब्रिटेन और भारत एक दूसरे को बहुत अच्छे से जानते हैं। हमारी शासन प्रणालियां भी वेस्टमिन्सटर के मॉडल पर आधारित हैं। हमारे संस्थान आपस में बातचीत करना जानते हैं, हमारे लोग एक-दूसरे के साथ कार्य करना जानते हैं। हमारे कारोबार एक-दूसरे के साथ मिलकर तरक्की करना जानते हैं।

यही कारण है कि ब्रिटेन, भारत के प्रमुख व्यापारिक साझेदारों में से है। ब्रिटेन भारत में निवेश करने वाला तीसरा सबसे बड़ा विदेशी निवेशक है और मैं यहां कहना चाहता हूं कि यह एक तरफा नहीं है। भारत, ब्रिटेन में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के लिए तीसरा सबसे बड़ा स्रोत बनकर उभरा है। हालांकि भारत और ब्रिटेन के बीच आर्थिक संबंधों को और मजबूत करने की महत्वपूर्ण संभावना है।

हमें एक-दूसरे के प्रति आपसी समझदारी का लाभ उठाना होगा। हम उन क्षेत्रों को विकसित करना चाहते हैं, जिनमें ब्रिटेन मजबूत है। इसके लिए हितकारी स्थिति बनाने के लिए हम कार्य कर रहे हैं। यहां का मजबूत भारतीय समुदाय हमें ब्रिटेन के साथ बेहतर से बेहतर समाकलन करने के लिए प्रेरित करता है।”

प्रधानमंत्री ने पार्लियामेंट स्कवायर में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की। लंदन की पहचान टॉवर ब्रिज और लंदन आई को केसरिया, सफेद और हरे- तिरंगे से सजाया गया। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री श्री कैमरून ने चेकर्स में अपने कंट्री हाऊस रिट्रिट पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के लिए रात्रिभोज का आयोजन किया।