प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग क्षेत्र का बड़े पैमाने पर विकास हासिल करना तय है। उन्‍होंने कहा कि यह कुछ वर्ष पहले दूरसंचार क्षेत्र में अर्जित की गई प्रगति जैसी ही होगी। प्रधानमंत्री नई दिल्‍ली में आईडीएफसी बैंक के शुभारंभ के अवसर पर बोल रहे थे।

प्रधानमंत्री ने आईडीएफसी को अभी तक उसकी 18 वर्ष की सफल यात्रा के लिए बधाई दी और कहा कि अब यह अधिक चुनौतीपूर्ण भूमिका में प्रवेश कर रहा है, क्‍योंकि यह विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग में विस्‍तारित हो रहा है। उन्‍होंने कहा कि बुनियादी ढांचे के निर्माण में मदद करने के बाद अब यह संगठन जीवन निर्माण की ओर अग्रसर है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि नवीनतम प्रौद्योगिकी के उद्भव के साथ पूरा बैंकिंग क्षेत्र बड़े परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है और बैंकिंग का भविष्‍य न केवल परिसर-रहित तथा कागज-रहित होगा, बल्कि अंत्‍तोगत्‍वा यह मुद्रा-रहित हो जाएगा और यह काले धन पर अंकुश लगाने में मददगार होगा।

प्रधानमंत्री ने, खासकर वरिष्‍ठ पदों पर नियुक्तियों, एक बैंक बोर्ड ब्‍यूरो के गठन, बैंकों के पुनर्पूंजीकरण, गैर-लाभकारी परिसंपत्तियों में कमी, शून्‍य-हस्‍तक्षेप के जरिए बैंक प्रबंधन को अधिकार संपन्‍न बनाने, प्रमुख प्रदर्शन संकेतकों के जरिए जवाबदेही की एक रूपरेखा के निर्माण एवं बैंकों के प्रशासन में सुधार जैसे क्षेत्रों में केन्‍द्र सरकार द्वारा शुरू किये गये बैंकिंग क्षेत्र सुधारों का जिक्र किया।

इस अवसर पर केन्‍द्रीय वित्‍त मंत्री श्री अरुण जेटली और केन्‍द्रीय वित्‍त राज्‍य मंत्री श्री जयंत सिन्‍हा भी उपस्थित थे।

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