"बुरे दिन चले गए"
बिचौलियों और सत्ता का गलत इस्तेमाल करने वालों के लिए अच्छे दिन नहीं आएंगे।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि यूपीए सरकार के ‘बुरे दिन’ खत्म हो गए हैं। मथुरा के पास दीनदयाल धाम में भीषण गर्मी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वो दिन बीत गए जब हर रोज भ्रष्टाचार का एक नया मामला आता था और सरकार रिमोट कंट्रोल से चलाई जा रही थी।



प्रधानमंत्री ने एक साल पहले निर्णायक जनादेश देकर बुरे दिन समाप्त करने के लिए भारत के लोगों को धन्यवाद दिया। उन्होंने वहां लोगों से पूछा कि जरा सोचिये, अगर यूपीए सरकार एक साल और रहती तो क्या होता। उन्होंने कहा कि आज भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और रिमोट कंट्रोल के बारे में सुनने को नहीं मिलता है। कोयला ब्लॉक की सफल नीलामी, जिससे सरकार को 3 लाख करोड़ रुपए मिले, का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वे प्रधान संत्री के रूप में काम कर रहे हैं और वे किसी को भी अवैध साधनों के माध्यम से सरकार का पैसा लूटने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली में पहले सैकड़ों “पावर सर्किल” और कई पावर सेंटर थे जिन्हें अब खत्म कर दिया गया है। यह सब एनडीए सरकार को स्पष्ट जनादेश मिलने के कारण ही संभव हो पाया है।

प्रधानमंत्री ने आम आदमी, गरीब और किसान के लिए सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों और कल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जन-धन योजना के तहत 15 करोड़ बैंक खाते खोले गए, इससे बिचौलियों को खत्म किया जा सकेगा और एलपीजी सब्सिडी जैसे मिलने वाले लाभों को सीधे बैंक खातों में में भेजा जा सकेगा।

उन्होंने किसानों की मदद के लिए शुरू की गई पहल, जैसे - मृदा स्वास्थ्य कार्ड और उर्वरक संयंत्रों के पुनरुद्धार आदि का वर्णन किया।

प्रधानमंत्री ने आम लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए किये गए उपायों, जैसे - दस्तावेजों के स्व-सत्यापन, लगभग 1300 पुराने कानूनों को समाप्त करने आदि की भी चर्चा की।

उन्होंने यह भी बताया कि कैसे मुद्रा बैंक और अटल पेंशन योजना जैसी सामाजिक सुरक्षा योजनाएं गरीबों के जीवन को बदलने में कारगर सिद्ध होंगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरा विश्व भारत को एक नई उम्मीद से देख रहा है और विदेशी निवेश भी पिछले वर्ष की तुलना में आठ गुना बढ़ा है।

प्रधानमंत्री ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय भवन जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।