प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज श्रीलंका से आए तमिल नेशनल एलायन्‍स (टीएनए) के 6 सदस्‍यों के प्रतिनिधि मंडल का स्‍वागत किया। यह प्रतिनिधिमंडल वर्तमान में भारत दौरे पर है। टीएनए नेताओं का ये दौरा, भारत का श्रीलंका सरकार और वहां के राजनीतिक दलों के साथ लगातार संबंध बनाए रखने का एक अंग है।

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टीएनए के प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री को श्रीलंका की स्थिति की जानकारी दी और राष्‍ट्रीय सामंजस्‍य तथा केंद्र द्वारा राज्‍यों को दिए गए अधिकार के बारे में अपने आंकलन और उम्‍मीदों से अवगत कराया।

प्रधानमंत्री ने ऐसे राजनीतिक समाधान की आवश्‍यकता पर जोर दिया जिसमें अखंड श्रीलंका के ढांचे में तमिल समुदाय की समानता, सम्‍मान, न्‍याय और आत्‍मसम्‍मान की अपेक्षा को पूरा किया जा सके। इस संदर्भ में प्रधानमंत्री ने श्रीलंका के सभी संबंधित पक्षों से अपील की कि श्रीलंका के संविधान के 13वें संशोधन पर आ‍धारित राजनीतिक समाधान खोजने के लिए वे साझेदारी और आपसी सामजंस्‍य की भावना से कार्य करें।

प्रधानमंत्री ने टीएनए के प्रतिनिधि मंडल को यह भी आश्‍वासन दिया कि भारत, उत्‍तरी और पूर्वी श्रीलंका में राहत, पुनरूद्धार और पुनर्निमाण के कार्य में सहायता देना जारी रखेगा। इनमें विशेष रूप से आवासीय, रोजगार पैदा करना, क्षमता बढ़ाना, शिक्षा, अस्‍पताल और बुनियादी ढांचे से संबंधित परियोजनाएं शामिल है।

टीएनए के प्रतिनिधिमंडल में अध्‍यक्ष श्री आर. सम्‍पथन के अलावा अन्‍य सांसद श्री मवाई एस. सेनथिराजा, श्री के. (सुरेश) प्रेमचंद्रन, श्री पी. सेल्‍वराजा, श्री सेल्‍वम अडाईक्‍कलनाथन और श्री एम. ए. सुमन्‍थीरन शामिल है। इस बैठक के दौरान प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव श्री नृपेन्‍द्र मिश्र, राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार श्री अजित डोभाल और विदेश सचिव श्रीमती सुजाता सिंह भी उपस्थित थे।