भारत के 11वें राष्ट्रपति और भारत रत्न डा. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम का आज जन्मदिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुताबिक कलाम ऐसी शख्सियत थे, जो पहले राष्ट्र रत्न थे और बाद में राष्‍ट्रपति बने। ऐसा बहुत कम होता है कि एक व्‍यक्‍ति पहले राष्‍ट्र रत्‍न बने और बाद में राष्‍ट्रपति पद को स्‍वीकार करे और वह उनके जीवन की ऊंचाइयों से जुड़ा हुआ था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मिसाइल मैन डॉ. कलाम के साथ बेहद करीबी रिश्ता रहा। प्रधानमंत्री मोदी के मुताबिक कलाम अक्सर गुजरात आते रहते थे। उन्हें अहमदाबाद से काफी लगाव था। कलाम जी ने अपने वैज्ञानिक जीवन की शुरूआत अहमदाबाद से ही विक्रम साराभाई के साथ की थी। ऐसे में श्री मोदी का उनके साथ गहरा संबंध बना। चाहे कच्छ का भूंकप हो या कोई दूसरी घटना, जब भी जरूरत पड़ी, कलाम जी ने गाइड किया।

श्री मोदी के मुताबिक कलाम चाहते थे कि देश सामर्थ्यवान बने। भारत शक्तिशाली हो, लेकिन सिर्फ शस्त्रों से शक्तिाशाली हो, ये कलाम साहब की सोच नहीं थी। बल्कि देश के आम लोगों का सामर्थ्य भी बढ़ना चाहिए। इसलिए वो नई तकनीक की खोज और रिसर्च पर भी जोर देते थे।