प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के वडोदरा में आज दिव्यांगों के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। ये पहली बार है कि प्रधानमंत्री ने दिव्यांगों के चौतरफा विकास के लिए एक मुहिम छेड़ दी है। सरकार ने 7 साल में 25 लाख दिव्यांगों को ट्रेनिंग देने का लक्ष्य रखा है। इसे लेकर सरकार कार्यक्रम बनाने से लेकर कार्यान्वयन तक में पुरजोर कोशिश के साथ जुटी है। खास तौर पर इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, लोन दिलाने में आसानी, सार्वजनिक स्थानों, वाहनों, शौचालयों को दिव्यांगों के अनुरूप बनाना शामिल है।

पिछले महीने ही अपने जन्म दिन के मौके पर 17 सितंबर को श्री मोदी गुजरात के नवसारी में दिव्यांगों के एक कार्यक्रम में शरीक हुए थे। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने 11,232 दिव्यांगों के उपकरण बांटे। यहां तीन विश्व रिकॉर्ड दिव्यांगों पर बने, जिसके लिए उन्हें आज वडोदरा में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के सर्टिफिकेट्स दिए जाएंगे।

इसी तरह, 22 जनवरी, 2016 को वाराणसी में आयोजित सामाजिक आधिकारिता शिविर में भी श्री मोदी ने 9 हजार से अधिक दिव्यांगों को सक्षम बनाने के लिए हियरिंग एड और व्हील चेयर आदि बांटे।

यही नहीं 27 दिसंबर, 2015 को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में पहली बार प्रधानमंत्री ने देशवासियों से विकलांग के स्थान पर ‘दिव्यांग’ शब्द के इस्तेमाल करने का आग्रह किया था।