खोडलधाम में कृषि महाकुंभ- एग्रोविजन इंडिया-२०१४ का शानदार प्रारंभ
विराट कृषि मेले का मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन
सरदार सरोवर बांध पर दरवाजा लगाने की मंजूरी फौरन दें- श्री मोदी
समृद्ध खेती के लिए पानी बचाने का अभियान छेड़ें मूल्यवर्द्धित खेती की ओर प्रेरित होंगुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सौराष्ट्र के खोडलधाम तीर्थ परिसर में आयोजित विराट कृषि मेले का उद्घाटन करते हुए नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर बांध पर दरवाजा लगाने की मंजूरी तत्काल देने की प्रधानमंत्री से जोरदार अपील की।
उन्होंने प्रधानमंत्री और सत्ताधारी दल के नेताओं से निवेदन किया कि वे राजनीति का खेल छोड़कर नर्मदा योजना बांध पर दरवाजा लगाने की मंजूरी दें। इस बांध के निर्मित हो जाने पर सभी सरकारों को इसका श्रेय मिलेगा।
कागवड़ में खोडल धाम ट्रस्ट की ओर से आयोजित एग्रोविजन इंडिया-२०१४- कृषि महोत्सव आज से चार दिनों के लिए शुरू हुआ है। किसानों के लिए कृषि ज्ञान-विज्ञान और आधुनिक खेती के संशोधन-संसाधनों की प्रदर्शनी के तौर पर देश-विदेश के तकरीबन ८०० स्टॉल्स यहां खड़े किए गए हैं।
श्री मोदी ने कहा कि गुजरात सरकार ने इस कृषि मेले को प्रोत्साहन दिया है। वजह यह कि, कृषि क्षेत्र को आधुनिक बनाने के लिए पानी की तंगी वाले गुजरात में कृषि विकास के नये प्रयोग कृषि महोत्सव और जल संचय के अभियानों के जरिए अंजाम दिए गए हैं।
पूर्व के बीस वर्ष में किसानों को बिजली हासिल करने के गलत मार्ग पर ले जाने की भूमिका पेश करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गत दस वर्ष के दौरान उनकी सरकार ने ऐसी जनजागृति फैलाई कि किसान को बिजली नहीं बल्कि पानी चाहिए इसके अलावा कृषि के लिए जल संचय के सफल अभियान चलाए, लिहाजा खेती का सही दिशा में विकास हुआ।
किसानों से पानी बचाने का प्रेरक आह्वान करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने पानी की सुविधा तो उपलब्ध कराई ही साथ ही पानी की एक-एक बूंद का फसल उत्पादन में उपयोग हो इसके लिए टपक सिंचाई को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि जमीन बढ़ने वाली नहीं है इसलिए कम जमीन में भी ज्यादा पैदावार अर्जित करना किसान सीख गया है। ‘पर ड्रॉप-मोर क्रॉप’ के जरिए पैदावार बढ़ सकती है।
श्री मोदी ने कहा कि किसान कड़ा परिश्रम कर भरपूर अनाज पैदा करता है लेकिन देश के हालात कुछ ऐसे हैं कि वर्तमान केन्द्र सरकार की अनाज भंडारण की व्यवस्था के अभाव में वह अनाज सड़ जाता है। हालांकि इस समस्या का निराकरण स्टोरेज चेन की मदद से किया जा सकता है लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने मूल्यवर्द्धन (वैल्यू एडिशन) खेती पर जोर देते हुए कहा कि परंपरागत खेती से आगे बढ़ते हुए अब मूल्यवर्द्धन कृषि उपजों और उसके विकास की आधुनिक जानकारी किसानों को अपनानी होगी।
उन्होंने कहा कि गांव आबाद होंगे, खेती समृद्ध बनेगी तो देश की अर्थव्यवस्था भी मजबूत बनेगी और लोगों की क्रयशक्ति में भी इजाफा होगा।
“स्टेच्यू ऑफ यूनिटी” की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए उन्होंने कहा कि लौह पुरुष सरदार पटेल के देश को एकता से जोड़ने के अद्भुत व्यक्तित्व और किसानों की शक्ति के प्रेरणास्त्रोत को श्रद्धांजलि देने वाला यह एकता का भव्य स्मारक साबित होगा।
खोडल धाम ट्रस्ट की समाज और राष्ट्रहित की प्रवृत्तियों व दाताओं को अभिनंदन देते हुए श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि धार्मिक प्रवृत्ति और सामाजिक प्रवृत्ति करने वाले संगठन समाज सेवा की उत्तम प्रवृत्ति करते हैं और यह समाजशक्ति ही हमारी सांस्कृतिक धरोहर है जो देश को मजबूत बनाने की बड़ी ताकत बन गई है। खोडल धाम ट्रस्ट गुजरात की धरती पर इस संस्कार के साथ सेवा-प्रवृत्ति कर रहा है वह प्रेरणास्त्रोत बनेगा।
इस अवसर पर राजस्व मंत्री श्रीमती आनंदीबेन पटेल, शिक्षा मंत्री भूपेन्द्र सिंह चूड़ास्मा, कृषि मंत्री बाबूभाई बोखीरिया तथा राज्य मंत्रीगण गोविंदभाई पटेल, रजनीभाई पटेल, वसुबेन त्रिवेदी, जयंतीभाई कवाड़िया, नानुभाई वानाणी सहित भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आर.सी. फळ्दू, सांसदगण, विधायकगण, पदाधिकारी तथा पूर्व मंत्री गोरधनभाई झड़फिया समेत बड़ी तादाद में किसान एवं अग्रणी मौजूद थे।