कन्या केळवणी महोत्सव २०१२ समापन

 तीन दिन के प्रवेशोत्सव के दौरान ४,७९,८०८  बालकों ने शाला में प्रवेश लिया

* १०,५३,९१,४६६ के मूल्य का दान स्कूलों को मिला   

*७४,४६६ कन्याओं को १४,८९,३२,०० के बॉण्ड दिए गए

आगामी २८-२९-३० को शहरी क्षेत्रों में अभियान

 गांधीनगर:सोमवार: राज्यभर में आयोजित हो रहे दसवें कन्या केळवणी और शाला प्रवेशोत्सव का सार्वत्रिक और स्वयंस्फूरित जनभागीदारी के साथ समापन हो गया। मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सम्पन्न इस तीन दिवसीय अभियान को राज्यभर में जोरदार सफलता हासिल हुई है।

स्टेट प्रोजेक्ट डायरेक्टर ( सर्व शिक्षा अभियान) की प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक सार्वत्रिक और स्वयंस्फूरित जनभागीदारी के कारण कन्या केळवणी महोत्सव सच्चे अर्थों में लोगों का अपना कार्यक्रम बन गया था। मुख्यमंत्री की अगवानी और शिक्षा मंत्री रमणलाल वोरा और राज्य मंत्री जयसिंह चौहाण की सीधी देखरेख में कन्या केळवणी महोत्सव को जबर्दस्त सफलता हासिल हुई है।

प्रवेशोत्सव के तृतीय दिवस के अंत में प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक राज्य के तमाम जिलों में कुल ७७,६१४ कन्याओं, ८१,३५३ बालकों सहित ५ वर्ष से उच्च आयु वाले १,५९,९६७ बालकों ने शालाओं मे प्रवेश लिया। इस प्रकार महोत्सव के तीन दिनों के दौरान कुल २,३४,३०२ बालिकाओं और २,४५,५०६ बालकों सहित ५ वर्ष की आयुवर्ग के ४,७९,८०८ बच्चों ने प्रवेश लिया।

कन्या केळ्वणी महोत्सव में जनभागीदारी के चलते स्थानीय व्यक्तियों, समूहों और संस्थाओं द्वारा करीब ४,७१,८३,६०० का दान नकद या वस्तुओं के रूप में शालाओं को मिला है। तीन दिन के दौरान कुल १०,५३,९१,४६६ मूल्य का दान-सहयोग प्राप्त हुआ है।

राज्य मंत्री मंडल के सदस्यों, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों, पुलिस अधिकारियों, आईएसएफ अधिकारियों, शिक्षा विभाग और सचिवालय के अधिकारियों ने रोजाना ५-५ शालाओं में कन्या केळवणी रथों की अगवानी कर के प्रवेशोत्सव में भाग लिया।

प्रवेश लेनेवाले बालकों को स्कूल से सम्बद्ध सामग्री का वितरन लोगों-समुदायों ने किया। कम महिला साक्षरता वाले गांवों में कक्षा एक में प्रवेश लेनेवाली २३,६०८ कन्याओं को विद्या लक्ष्मी योजना के तहत नर्मदा बॉण्ड प्रदान किए गए। प्रवेशोत्सव के तीन दिन के दौरान कुल ७४,४६६ कन्याओं को १४,८९,३२,००० के नर्मदा बोण्ड प्रदान किए गए।