६५वां गणतंत्र पर्व साबरकांठाः हिम्मतनगर
गणतंत्र पर्व की पूर्व संध्या पर राज्यस्तरीय समारोह में जनशक्ति का अपूर्व आनंद-उत्सव
जनता के उमंग-उत्साह में सहभागी बने मुख्यमंत्री
युवा सम्मेलन में युवाओं ने प्रस्तुत की एक भारत-श्रेष्ठ भारत की सांस्कृतिक विरासत
भारत को विश्व में शक्तिशाली बनाने कौशलवान-सामर्थ्यवान युवापीढ़ी को आह्वान - मुख्यमंत्री
गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ६५वें गणतंत्र पर्व के राज्यस्तरीय समारोह में साबरकांठा जिला मुख्यालय हिम्मतनगर में आयोजित युवा सम्मेलन में निश्चय व्यक्त किया कि यदि देश के युवाओं को सामर्थ्यवान और कौशलवान बनाया जाए तो भारत विश्व में शक्तिशाली राष्ट्र के तौर पर अपनी जगह बनाएगा।
विवेकानंद के १५०वीं जयंती वर्ष को युवा वर्ष के तौर पर मनाकर गुजरात ने युवाओं को कौशलवान और शक्तिवान बनाने का जो अभियान शुरू किया है, उसकी सफलता का जिक्र करते हुए श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि विवेकानंद ने भारत माता को जगदगुरु के पद पर स्थापित करने के लिए देश के युवाओं रखे भरोसे को युवाओं को सार्थक करना है।
साबरकांठा में गणतंत्र पर्व के राज्यस्तरीय समारोह में जनता-जनार्दन के अपूर्व उमंग में सहभागी बने श्री नरेन्द्र मोदी ने हिंमतनगर में युवा वर्ग को सामर्थ्यवान और कौशलवान बनाने के प्रेरणादायी सुझावों के साथ मार्गदर्शन दिया।
युवाओं द्वारा पेश की गई ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भारत की विशाल सांस्कृतिक प्रस्तुति की सराहना करते हुए श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि २१वीं सदी के आरंभ से पूर्व तो देश और दुनिया में सभी २१वीं सदी के आगमन की राह देख रहे थे, लेकिन २१वीं सदी में व्यक्ति, समाज, राज्य या देश में कर्तव्यों को लेकर जो चेतना होनी चाहिए, उसका किसी के पास दर्शन नहीं था। भारत का नौजवान कहां होगा, इसका कोई आयोजन भी नहीं था।
२१वीं सदी में भारत के ६५ फीसदी युवाशक्ति के साथ विश्व के सबसे युवा देश बनने की भूमिका पेश करते हुए श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि १९-२०वीं सदी के गुलामी काल की वजह से भारत औद्योगिक क्रांति में हिस्सेदार नहीं बन सका था। लेकिन सूचना-प्रौद्योगिकी की क्रांति में भारत के युवाओं ने अपने सामर्थ्य का परिचय दुनिया को दिया है। भारत के ये सामर्थ्यवान युवा ही भारत के भाग्यविधाता क्यों न बनें।
उन्होंने कहा कि भारत को यदि दुनिया में अपनी अनोखी शक्ति का प्रभाव प्रस्थापित करना है तो भारत के युवाओं को केन्द्रस्थान में रख उसे कौशलवान बनाना पड़ेगा। गुजरात ने युवाओं को तैयार करने के लिए स्किल डेवलपमेंट का व्यापक अभियान शुरू किया है। देश की अर्थव्यवस्था को इससे निश्चित ही गति मिलेगी।
श्री मोदी ने कहा कि गुजरात सरकार ने राष्ट्रीय महिमा के पर्वों को विकास के पर्व के तौर पर मनाकर जनसामान्य को विकास में जोड़ने की अनोखी पहल की है और इससे ही गणतंत्र लोकतंत्र में जनशक्ति का विकास में साक्षात्कार हो रहा है।
साबरकांठा जिले में २००० करोड़ रुपये के कार्य इस पर्व में विकास पर्व के तौर पर संपन्न हुए, जिसमें जनशक्ति भी शामिल हुई यह साबित करता है कि इस सरकार की विकासयात्रा में कितना जनविश्वास है।
युवक सेवा और सांस्कृतिक मामलों के मंत्री रमणलाल वोरा ने कहा कि समग्र विश्व में भारत युवा देश है, ऐसे में गुजरात के युवा ओजस्वी-तेजस्वी बने इसके लिए सरकार कृतसंकल्प है। स्वामी विवेकानंद की सार्ध शती को युवा वर्ष के रूप में मनाते हुए राज्य में ४.५३ लाख युवाओं को रोजगार प्रदान किया गया। राज्य में युवतियों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देने वाले पडकार कार्यक्रम के तहत १.५० लाख युवतियों को प्रशिक्षण दिया गया है। इसी तरह, राज्य के १८,६०० गांवों में स्वामी विवेकानंद युवा और महिला केन्द्रों की रचना की गई है।
युवक सेवा और सांस्कृतिक मामले विभाग के सचिव भाग्येश झा ने कहा कि गुजरात के युवा दुनिया के युवाओं के साथ आंख मिलाकर बात कर सकें इसके लिए सरकार ने संकल्प किया है। युवाओं को स्वामी विवेकानंद जी के जीवन में से प्रेरणा लेकर श्रेष्ठ भारत के निर्माण में योगदान देने का उन्होंने अनुरोध किया।
इस मौके पर युवा कलाकारों ने ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ सांस्कृतिक कार्यक्रम के जरिए अपनी कला का प्रदर्शन किया। साबरकांठा-अरवल्ली जिला के विकास की झांकी दिखलाती दस्तावेजी फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।
इस अवसर पर कानून राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा, सांसद महेन्द्रसिंह चौहाण, पूर्व मंत्री प्रफुल पटेल, जयसिंह चौहान, मुख्य सचिव डॉ. वरेश सिन्हा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती हेमलताबेन पटेल, नगरपालिका अध्यक्ष शंकरभाई, पदाधिकारी, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एस.के. नंदा, प्रभारी सचिव जयंती रवि, उच्च अधिकारी तथा विशाल संख्या में युवा शक्ति थी।