प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज सोमवार को बिहार के पूर्णिया, फारबिसगंज और दरभंगा में आयोजित विशाल चुनावी जन-सभाओं को संबोधित किया और राज्य की जनता से बिहार में भाजपा की अगुआई में दो-तिहाई बहुमत से राजग की लोक-कल्याणकारी सरकार बनाने की अपील की। महागठबंधन पर निशाना साधते हुए श्री मोदी ने कहा कि राजग के लिए बड़े से बड़ा मैदान छोटा पड़ जाता है जबकि महास्वार्थबंधन के लिए पंडाल भी बड़ा बन जाता है।
नीतीश-लालू पर आरक्षण को लेकर पलटवार
प्रधानमंत्री ने नीतीश-लालू की बड़े भाई-छोटे भाई की जोड़ी को ललकारते हुए कहा कि मुझमें विकास के नाम पर वोट माँगने की हिम्मत है, आपमें हिम्मत हो तो आओ इस मुद्दे पर मैदान में। उन्होंने कहा कि हम विकास के मुद्दे से हटकर काल्पनिक मुद्दे पर नहीं जाना चाहते लेकिन ये लोग जाति-पाति, आरक्षण, सम्प्रदाय को छोड़कर विकास के मुद्दे पर आना ही नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि नीतीश-लालू आरक्षण के गुब्बारे के सहारे इस चुनाव को जीतना चाहते थे, मैंने उनके झूठ के गुब्बारे में सच का पिन चुभो दिया तो तिलमिला कर अब वे संप्रदाय और कम्युनलिज्म के गीत गाने लगे हैं। श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मेरे पास सबूत है, नीतीश ने देश के लोकतंत्र की सर्वोच्च संस्था संसद से गरीबों, पिछड़ों और दलितो के आरक्षण में बदलाव करने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार और लालू यादव ने एक मंच से महादलितों और अतिपिछड़ों के आरक्षण पर पुनर्विचार करने की बात कही थी। श्री मोदी ने कहा कि बाबा साहब भीमराव आम्बेडकर और संविधान सभा ने सम्प्रदाय आधारित आरक्षण नीति का विरोध किया था लेकिन लालू-नीतीश की बड़े भाई-छोटे भाई की जोड़ी राज्य के पिछड़ों और दलितों के आरक्षण के अधिकार को छीनकर दूसरों को देने का षड़यंत्र रच रही है। उन्होंने कहा कि नीतीश और लालू के ही झूठ से उनका सच बेनकाब हुआ है। उन्होंने कहा कि ये लोग पिछड़ों, दलितों और आदिवासियों को मूर्ख बनाने की जुगाड़ में है लेकिन राज्य की जनता समझदार है और इनके बहकावे में अब आनेवाली नहीं है।
नीतीश भ्रष्टाचार पर चुप क्यों
भ्रष्टाचार के ऊपर कड़ी कार्रवाई के नीतीश के झूठे वादे पर पलटवार करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, "चुनाव से पहले नीतीश कुमार कहा करते थे कि भ्रष्टाचारियों की मिलकियत जब्त कर उनके मकानों में स्कूल खोले जाएगें। मैं पूछना चाहता हूँ, लालू यादव को तो अदालत ने भी भ्रष्टाचार के मामले में अपराधी करार दिया है, नीतीश के मंत्री और विधायक सरेआम बिहार का सौदा करते पकड़े जा रहे हैं, क्यों नीतीश कुमार लालू जी के मकान को जब्त कर उसमे स्कूल नहीं खुलवाते, क्यों वह अपने भ्रष्टाचारी मंत्रियों और विधायकों के मकानों में स्कूलों का संचालन नहीं करते?” भ्रष्टाचार पर कार्रवाई के मामले में नीतीश कुमार पर दोहरा रवैय्या अपनाने का आरोप लगाते हुए श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आप भ्रष्टाचार पर चुप क्यों हैं? उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार भ्रष्टाचार खत्म नहीं कर सकते। प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार को दीमक की संज्ञा देते हुए कहा कि दीमक अच्छे से अच्छे मकान और अच्छे से अच्छे कपड़े को भी नष्ट कर देते हैं और भ्रष्टाचार का नासूर देश को दीमक की ही तरह चाट रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र की वर्तमान राजग सरकार ने देश से भ्रष्टाचार मिटाने के कई प्रयत्न किये हैं और यह कोशिशें लगातार जारी है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार का यह खत्म होना चाहिए। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि यदि आप इस बार राजग के लिए बटन दबाएँगें तो वह भ्रष्टाचार के दीमक में इंजेक्शन लगाने का काम करेगा।
नीतीश सरकार आतंकवाद पर कड़ी कार्रवाई क्यों नहीं करती
प्रधानमंत्री ने नीतीश-लालू पर देश की सुरक्षा से समझौता करने का आरोप लगाते हुए कहा, "देश में आतंक के दरभंगा मॉड्यूल की चर्चा की जाती रही है। जब दरभंगा में आतंकवाद की नकेल कसने के लिए एक दलित महिला पुलिस अधिकारी ने बीड़ा उठाया और उस आतंक के तार जब नीतीश-लालू के हितैषी तक पहुँचने लगी तो उस हितैषी पर एक्शन लेने के बजाय उस दलित महिला पुलिस अधिकारी को बिहार छोड़ने पर मजबूर कर दिया गया।" श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि विगत लोक सभा चुनावों के दौरान गांधी मैदान की रैली में आतंकवादी हमला हुआ था, कई लोग मारे गए लेकिन नीतीश जी की आँखों से आँसू तक नहीं छलके। उन्होंने कहा कि मरने वाले लोग हमारे ही भाई थे लेकिन नीतीश जी के पास दिवंगत भाईयों के लिए संवेदना प्रकट करने तक का वक्त नहीं था। श्री मोदी ने कहा कि बम धमाकों के बीच बीच भी हमने धैर्य नहीं खोया था और हिन्दू-मुस्लिम एकता की बात की थी। उन्होंने कहा कि मैंने हिन्दू और मुसलमान दोनों से गरीबी के खिलाफ मिलकर जंग लड़ने के लिए कहा था। फारबिसगंज गोली कांड का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि तीन जून, 2011 को यहाँ मुस्लिम मजदूरों पर नीतीश की पुलिस ने गोली चलाई थी, जिसमें 10 साल का मासूम मारा गया था। उन्होंने नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि नीतीश जी मतदान के समय संप्रदाय का गीत गाते हैं लेकिन उस मासूम के लिए उन्हें संवेदना प्रकट करने का भी समय नहीं मिला। उन्होंने कहा कि नीतीश और लालू देश की सुरक्षा के मुद्दे पर भी वोट बैंक की राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता महास्वार्थबंधन की अवसरवादी राजनीति से भली-भाँति परिचित है और इन लोगों को इस चुनाव में उनके पापों की सजा देने के लिए तैयार है।
सिख दंगे को लेकर कांग्रेस की 'असहिष्णुता' पर चोट
कांग्रेस को ‘सहनशीलता और असहिष्णुता’ के ऊपर झूठे ड्रामे करने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "आज दो नवंबर है, याद कीजिये 1984 के दो नवंबर को जब इंदिरा जी की हत्या के बाद दिल्ली सिखों का कत्लेआम हो रहा था। कांग्रेस के नेताओं पर गंभीर आरोप लगे थे, आज उसी तारीख को कांग्रेस पार्टी सहनशीलता और असहिष्णुता पर भाषण दे रही है! अभी भी उन सिखों के आंसू पोछे नहीं गए हैं और आप सहनशीलता का झूठा ढोंग करते हो।” उन्होंने कहा कि 1984 में सिखों की बर्बरतापूर्वक हत्याएँ करनेवाली कांग्रेस हमें 'असहिष्णुता' का पाठ ना पढ़ाए।
बिहार के विकास के लिए दो इंजनों की जरूरत
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हमारा एकमात्र उद्देश्य बिहार का विकास है। उन्होंने कहा कि हमने बिहार के सर्वांगीण विकास के लिए सवा लाख करोड़ रुपये का पैकेज दिया और राज्य में पहले से चल रही योजनाओं के लिए 40 हजार करोड़ रुपये, जिसे पुरानी सरकारों ने दबा कर रखा था, उसे भी हमने बिहार के लिए दे दिया। उन्होंने कहा कि हमने पुरानी सरकारों के झूठे वादों को भी पूरा करने का काम किया क्योंकि मुझे बिहार को आगे ले जाना है। उन्होंने कहा कि यह पैकेज बिहार का भाग्य बदलने की ताकत रखता है। उन्होंने कहा कि नीतीश-लालू और कांग्रेस की तिकड़ी ने बिहार को भ्रष्टाचार, जंगलराज और पिछड़ेपन के ऐसे दलदल में धकेल दिया है जिससे बिहार को निकालने के लिए दो-दो इंजन की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता के आशीर्वाद से एक इंजन तो दिल्ली में लग गया अब अगर पटना में भी दूसरा इंजन लग जाए तो बिहार इस दलदल से निकल कर विकास के रास्ते पर आगे बढ़ चलेगा।
सरकार गरीबों की भलाई के लिए
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार गरीबों की भलाई के लिए होती है। उन्होंने कहा कि पहले दिन से ही हमारी सरकार बिहार के विकास के लिए समर्पित है। उन्होंने कहा कि मैंने लगातार 16 महीनों से एक दिन की भी छुट्टी नहीं ली है। प्रधानमंत्री ने बिहार के विकास की अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि बिहार की जनता के लिए मेरा तीन सूत्रीय कार्यक्रम है- पढाई, कमाई और दवाई और बिहार प्रदेश के विकास के लिए बिजली, सड़क और पानी। उन्होंने कहा कि बिहार से गरीबी की बीमारी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि बिहार की दो प्रमुख ताकत, बिहार का पानी और बिहार की जवानी का सदुपयोग होना चाहिए।
नीतीश पर वादाखिलाफी का आरोप
महास्वार्थबंधन के नेताओं पर करारा प्रहार करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नीतीश, लालू और सोनिया जी बिहार की जनता को अपने 25 वर्षों के शासन के काले कारनामों का जवाब तो देने के लिए तैयार नहीं हैं और हमसे सवाल पूछे जा रहे हैं जबकि हमारी सरकार के अभी 25 महीने भी पूरे नहीं हुए। उन्होंने कहा कि हम विकास की राजनीति करते हैं और बिहार के विकास के लिए ही राज्य की जनता से वोट माँगने आये हैं।
नीतीश कुमार पर बिजली के झूठे वादे का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि लोग तो वादे पूरा न करने के बावजूद जनता को फिर से धोखा देने के लिए मैदान में आये हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार तो अब बिजली का 'ब' भी नहीं बोलते। उन्होंने कहा कि जो जनता से धोखा कर सकते हैं, उनपर कोई भरोसा कर सकता है क्या? उन्होंने कहा कि वो दिन चले गए जब बिहार की जनता आप पर भरोसा करती थी। उन्होंने कहा कि जब एक बार किसी से भरोसा उतर जाता है तो बिहार की जनता फिर कभी उसे गले नहीं लगाती, नीतीश कुमार का भी यही हश्र इस चुनाव में होने वाला है। उन्होंने कहा कि बिहार में सातों दिन चौबीसों घंटे बिजली पहुंचाने का हमने संकल्प लिया है और इसके लिए लगभग सवा दो सौ करोड़ रुपया आवंटित कर दिया गया है। राजमार्गों के निर्माण और उद्योग कारखानों की स्थापना के लिए अनेक योजनाओं पर कार्य तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे दिमाग में केवल एक ही कार्य है, बिहार का विकास। उन्होंने कहा कि बिहार की माताएं-बहनें शांति, सुरक्षा एवं बच्चों के भविष्य के लिए अच्छी सरकार बनाना चाहती हैं और यह सरकार केवल भाजपा ही दे सकती है।
जंगलराज और जंतर-मंतर राज
उन्होंने कहा कि महास्वार्थबंधन मेरे लिए ऐसे-ऐसे अपशब्दों की मैन्युफैक्चरिंग करने में लगा रहता है, जिसे मैंने कभी सुना भी नहीं। उन्होंने कहा कि मोदी को अपशब्द कहने से यदि बिहार का भला होता है तो मैं सब कुछ सहने को तैयार हूँ लेकिन बिहार का विकास होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आप सुन लें लालू-नीतीश, आप जितना कीचड़ उछालेंगें, कमल उतना ही अधिक खिलेगा। उन्होंने कहा कि पिछले चार चरणों का रुझान देखकर यह तय है कि आने वाले 8 नवंबर को बिहार में भाजपा की अगुआई में राजग की सरकार बनेगी और राज्य की जनता को 25 साल के जंगलराज और जंतर-मंतर राज से मुक्ति मिलेगी। उन्होंने जनता को आगाह करते हुए कहा कि अब तो जंगलराज और जंतर-मंतर राज मिल गए हैं और यदि ये सत्ता में आए तो बिहार फिर कभी विकास की दौड़ में आगे नहीं हो पायेगा।
जंगलराज को बिहार के इतिहास का काला अध्याय बताते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेद्र मोदी ने कहा कि उन काले दिनों को कौन भूल सकता है जब बिहार में लूट, अपहरण, उत्पीड़न और हत्याओं का बोलबाला था, लोग अपने घरों से निकलने में भी डरते थे, उस जंगलराज से बचने के लिए लोगों ने आपको चुना था, वह भी इसलिए क्योंकि उन्हें भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी पर भरोसा था और अटल जी ने आप पर अपना हाथ रखा था। श्री मोदी ने कहा कि अब अटल जी का हाथ आप पर नहीं है, बिहार आप पर भरोसा नहीं करेगा।
उन्होंने कहा कि बिहार की जनता इस बार नीतीश, लालू और कांग्रेस को बिहार की बदहाली के लिए सजा देने का मन बना चुकी है। उन्होंने कहा कि आने वाले 8 नवम्बर को बिहार दो-दो दिवाली मनाने वाला है। उन्होंने कहा कि बिहार के नौजवानों और बिहार की महिलाओं में भाजपा के प्रति जबर्दस्त उत्साह है और वह नीतीश-लालू की जोड़ी से हिसाब चुकता करने के लिए बेताब है, बिहार में जाति और सम्प्रदाय का खेल अब बिहार में नहीं चल सकता। उन्होंने कहा कि जनता-जनार्दन ईश्वर का रूप होती है और इस बार बिहार की जनता परिवर्तन के लिए मतदान कर रही है। उन्होंने कहा कि बिहार विधान सभा का यह चुनाव हिंदुस्तान की चुनावी दुनिया का टर्निंग प्वाइंट है। उन्होंने कहा कि बिहार की जाना विकास के मुद्दे पर यह चुनाव लड़ रही है और यह दूसरे राज्यों में भी विकास पर चुनाव लड़ने के लिए नेताओं और पार्टियों को मजबूर करेगी। उन्होंने कहा कि बिहार ने विकास के मुद्दे को लाकर पूरे हिंदुस्तान को ताकत दिखाई है और यही ताकत मुझे विकास के लिए समर्पित करती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी कोशिश खेतों तक पानी पहुँचाने की है। उन्होंने कहा कि हमें हर गांव, जिला, शहर को सड़कों से जोड़ना है, बिहार को दिल्ली से जोड़ना है, सड़कों का जाल बिछाना है और इसके लिए मुझे बिहार की जनता का प्यार और आशीर्वाद चाहिए। उन्होंने कहा कि आप राज्य में भाजपा की अगुआई में राजग की सरकार बनाइए और बिहार को देश का सर्वोत्तम प्रदेश बनाने के लिए विकास की राह पर अग्रसर करिए।
दरभंगा, बिहार में परिवर्तन रैली में प्रधानमंत्री के संबोधन का पूरा पाठ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें