प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 अक्टूबर को बिहार के मुंगेर, बेगूसराय, समस्तीपुर और नवादा जिलों में चार रैलियों को संबोधित किया। विशाल रैलियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि राजग का एकमात्र एजेंडा बिहार राज्य का विकास करना है। श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, “ बिहार जंगल-राज अब और बर्दाश्त नहीं कर सकता, इसे विकास-राज की जरुरत है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने जद(यू)-राजद-कांग्रेस गठबंधन को निशाना बनाते हुए कहा कि यह ‘महास्वार्थबंधन’ है। श्री मोदी ने कहा कि इन लोगों ने पिछले साठ वर्षों से बिहार को लूटा है और राज्य के विकास में कोई योगदान नहीं दिया। इसके बजाय, उन्होंने जातिवाद और वोट बैंक की राजनीति के आधार पर राज्य को विभाजित कर दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बिहार में पिछले नेताओं ने हमेशा यदुवंश का अपमान किया है जिन्होंने भारत को श्वेत क्रांति दी। लालू प्रसाद यादव और राजद पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “सच्चा यदुवंशी श्री कृष्ण की परंपरा का निर्वाह करने का संकल्प लेता है और यहाँ नेता यदुवंशियों का कितना अपमान कर रहे हैं। लालू जी, चुनाव तो आते-जाते हैं, लेकिन मत भूलिये कि इन्होंने ही आपको बनाया था।” उन्होंने राजद प्रमुख को ललकारते हुए कहा कि वो बड़े-बड़े वादे करने के बजाय लोगों को बताएं कि वे चुनाव क्यों नहीं लड़ सकते।
उन्होंने बिहार में जननायक कर्पूरी ठाकुर, लोकनायक जयप्रकाश नारायण और डॉ राम मनोहर लोहिया के अमूल्य योगदान को याद किया। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “जयप्रकाश नारायण हमेशा भ्रष्टाचार के खिलाफ़ लड़े और उनका लक्ष्य भारत का भविष्य उज्जवल करना था। कांग्रेस द्वारा लगाए गए आपातकाल के दौरान ही जयप्रकाश नारायण को भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने के लिए जेल भेजा गया था।” श्री मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि इस पार्टी ने जयप्रकाश नारायण के साथ खेल खेला और यही उनकी मौत के जिम्मेदार हैं। प्रधानमंत्री ने डॉ राम मनोहर लोहिया को याद करते हुए कहा कि वे हमेशा कांग्रेस-वाद के खिलाफ़ खड़े रहे लेकिन जो कुछ लोग उनकी विचारधारा का पालन करने का दावा करते थे, वे अब कांग्रेस के साथ खड़े हैं। श्री मोदी ने राष्ट्रकवि दिनकर की प्रसिद्ध कविता – ‘सिंहासन खाली करो कि जनता आती है’ का भी जिक्र किया।
प्रधानमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि बिहार राज्य को उन लोगों के हाथों में नहीं छोड़ा जा सकता जिन्होंने इस राज्य को बस लूटा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार की जनता अब विकास और बदलाव चाहती है। उन्होंने बिहार के युवाओं में अपना दृढ विश्वास जताते हुए कहा कि वे चमत्कार कर सकते हैं और इस देश को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं। उन्होंने कहा, “अब समय बदल गया है और लोग नौटंकी स्वीकार नहीं करेंगे। लोगों के सपनों और आकांक्षाओं की बहुत कीमत है।”
प्रधानमंत्री ने बिहार को केंद्र सरकार द्वारा दिए गए पैकेज के बारे में भी बात की। उन्होंने पूरे विश्वास से कहा कि केंद्र सरकार राज्य के विकास के लिए प्रतिबद्ध है और बिहार की प्रगति में कंधे से कंधा मिलाकर चलना चाहती है।
उन्होंने बिहार के लोगों से आग्रह किया कि वे बिहार की प्रगति के लिए राज्य चुनाव में दो-तिहाई बहुमत के साथ स्थिर एवं विकास आधारित एनडीए सरकार को चुनें। उन्होंने बिहार के लोगों को सकारात्मक बदलाव लाने का आश्वासन दिया। सभी रैलियों में पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे।
मुंगेर, बिहार में परिवर्तन रैली में प्रधानमंत्री के संबोधन का पूरा पाठ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
नवादा, बिहार में परिवर्तन रैली में प्रधानमंत्री के संबोधन का पूरा पाठ पढ़ने के लिए यहां क्लिक कर