प्रधानमंत्री को शीर्ष सउदी सम्मान से ‘सबका साथ, सबका विकास’ और समावेश प्रगति के लिए मोदी सरकार के प्रयासों पर दुनिया ने एक बार फिर लगाई मुहर

भारतीय जनता पार्टी, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को सऊदी अरब के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'सैश ऑफ किंग अब्दुल अजीज (स्पेशल क्लास)’ से सम्मानित किए जाने पर उन्हें बधाई देती है। यह पुरस्कार दो पवित्र मस्जिदों के संरक्षक किंग सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद द्वारा प्रदान किया गया। ये एक विशेष सम्मान है जो सउदी अरब द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया गया।

प्रधानमंत्री को मिले इस सम्मान पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमितशाह ने कहा, “ये पूरे देश के लिए गर्व की बात है। इस से ये बात पता चलता है कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ के दिशा निर्देशक सिद्धान्त की गूंज पूरी दुनिया में है और इसकी व्यापक प्रशंसा हो रही है।”

भाजपा अध्यक्ष ने कहा, “सउदी अरब द्वारा इस पुरस्कार को प्रदान करना, बहुत महत्व रखता है। वैश्विक भू-राजनैतिक स्थित के लिहाज से सउदी अरब एक बहुत महत्वपूर्ण देश है और इस्लाम का सबसे पवित्र तीर्थ स्थल यहीं है। दुनिया के सांस्कृतिक परिवेश में सउदी अरब का महत्व बहुत अधिक है।”

श्री अमित शाह ने कहा किये पुरस्कार श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार की प्रगतिशील और गतिशील विदेश नीति को मान्यता प्रदान करता है।

प्रधानमंत्री की सउदी अरब यात्रा पर प्रतिक्रिया देते हुए श्री अमित शाह ने कहा, “ये एक ऐतिहासिक यात्रा थी और इसके नतीजे भी ऐतिहासिक रहे हैं। अर्थव्यवस्था और लोगों के आपसी संपर्क को बढ़ाने के लिए हुई व्यापक वार्ता सेन सिर्फ भारत और सउदी अरब को बल्कि पूरी दुनिया को लाभ होगा।”

श्री अमित शाह ने सउदी अरब और भारत के बीच ऐतिहासिक व्यापारिक संबंधों को याद करते हुए भरोसा जताया कि दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक साझेदारी में और अधिक इजाफा होगा।

एनडीए सरकार की विदेश नीति की प्रशंसा करते हुए श्री अमित शाह ने कहा,“श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार की विदेश नीति के चलते भारत में रिकॉर्ड विदेशी निवेश हुआ है और वैश्विक मंचों पर भारत का सम्मान बढ़ा है। मौजूदा मित्रों के साथ संबंधों में उल्लेखनीय सुधार हुआ है और साथ ही अन्य क्षेत्रों तथा देशों के साथ सहयोग में ऐतिहासिक गति से तेजी आई है। इसके साथ ही भारत हर अवसर पर आगे आया और संकट में फंसे प्रत्येक भारतीय की मदद की, फिर चाहें वो अफगानिस्तान हो, ईराकहो, सीरिया, लीबिया या यमन हो।”

प्रधानमंत्री की सउदी अरब यात्रा से ये भी पता चला कि प्रधानमंत्री स्वयं पश्चिम एशिया के साथ संबंधों को कितना महत्व देते हैं। वहां बड़ी संख्या में भारतीय रहकर काम करते हैं। इस बार प्रधानमंत्री एलएंडटी के श्रमिकों के आवासीय परिसर में गए जहां उन्होंने श्रमिकों के साथ जलपान किया। इसकी चौतरफा प्रशंसा हुई। उन्होंने छोटे-मोटे अपराधों के लिए सजा काट रहे भारतीयों के मुद्दे को भी उठाया। सउदी सरकार इन मामलों पर सहानुभूति के साथ विचार करने के लिए सहमत हुई तथा तत्काल प्रभाव से एक समीक्षा प्रणाली का गठन किया गया।

गौरतलब है कि अगस्त में अपनी यूएई यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री ने भारतीय श्रमिकों से भेंट की थी और वो अबूधानी में शेखजायद मस्जिद भी गए थे।

श्री नरेंद्र मोदी का हमेशा मानना रहा है कि भारत की विविधता और समरसता ही भारत की ताकत है और ये ताकत ही भारत को 21वीं शदी की शीर्ष आर्थिक महाशक्ति बनाएगी।