गरीब कल्याण मेले का चौथा दौर सम्पन्न  

मुख्यमंत्री का वीडियो कांफ्रेंस से सम्बोधन

१००० गरीब कल्याण मेलों को मिलाकर ८५ लाख लाभार्थियों को १२,५०० करोड़ के लाभ

वणथम्भी विकासयात्रा में ३०,००० करोड़ के २५,००० से ज्यादा विकासकार्यों का अमलीकरण

गरीबी के खिलाफ जंग शुरु की गई है: श्री मोदी

 

मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि गुजरात में १००० जितने गरीब कल्याण मेलों में करीब एक करोड़ जितने लोगों ने भाग लिया है और ८५ लाख लाभार्थियों को १२,५०० करोड़ रुपए के लाभों का वितरण करके गरीबों की सेवा का भगीरथ कार्य इस सरकार ने किया है। इतना ही नहीं, पूरी सरकार वणथम्भी विकासयात्रा में ३०,००० करोड़ के खर्च पर ४१०० तहसील पंचायत बैठकों में कार्यक्रम आयोजित करके २५,००० से ज्यादा विकास कार्यों का अमलीकरण इस सरकार ने साकार किया है।

गरीब कल्याण मेलों के चौथे राउण्ड में आज वीडियो कांफ्रेंस से प्रेरक सम्बोधन करते हुए श्री मोदी ने वंचितों के विकास की संवेदना के साथ समाज में गरीबी के खिलाफ लड़ने के लिए गरीबों को शक्तिशाली बनाने और गरीबों की शक्ति को भी विकास में जोड़ने में राज्य सरकार की भूमिका पेश की।

श्री मोदी ने कहा कि इन्द्रदेव ने गुजरात की धरती पर कृपा की है। मूक पशु और ग्रामीण जनता की पीड़ा में से मुक्ति का आनन्द पूरा गुजरात महसूस कर रहा है। यह इस बात को साबित करता है कि भगवान भी गुजरात के विकास में अपने साथ है। वर्षा ने गांवों में नया आत्मविश्वास जगाया है।

जो लोग गुजरात के उद्योगों के लिए इस सरकार को बदनाम करते हैं उनको चुनौती देते हुए मुख्यमंत्री श्री मोदी ने कहा कि दस साल में उद्योगों के लिए सिर्फ पांच ही वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट आयोजित हुई है जबकि गुजरात के गांव- गांव में गरीबों के हक के लाभ उन तक सीधे पहुंचाने के लिए १००० जितने गरीब कल्याण मेले के सेवायज्ञ का काम इस सरकार ने किया है। वर्ष २००१ से पहले तो पूरी सरकार का बजट सिर्फ ६००० करोड़ का था। हमने तो गरीबतम व्यक्ति को भी गरीबी में से छुड़वाने का काम किया है। गरीब, वंचित समाज के पांचवी पास युवाओं को कम्प्युटर एम्पावर की तालीम देकर उसका कौशल्य बढ़ाया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायतीराज की स्वर्णिम जयंती के मौके पर भी गुजरात सरकार ने अनोखी पहल करके, ५० साल में जिसने पंचायत में रहकर सेवा की है उनका सम्मान किया है। हमने कभी यह दावा नहीं किया है कि सब हमने किया है, हमने तो समाज की पूरी शक्ति को साथ में लेकर सबका विकास के संकल्प को पूरा करने का प्रयास किया है। श्री मोदी ने अम्बाजी से उमरगाम तक के समग्र आदिवासी पूर्वी पट्टे में ४०,००० करोड़ की नई वनबन्धु कल्याण योजना के अमल से आदिवासियों के जीवन में आए गुणात्मक परिवर्तन की रूपरेखा पेश की। गुजरात के १६०० किलोमीटर लम्बे समुद्रीतट के खारे जीवन में जिन्दगी गुजारने वाले सागरखेड़ु गरीब समाज के जीवन में मिठास लाने के लिए सागरखेड़ु विकास योजना की सफलता से अब २१००० करोड़ की योजना बनाई गई है। शहरी गरीबों की सुख सुविधा के सपने पूरे करने के लिए शहरी गरीब समृद्धि योजना भी दूसरे चरण में २५,००० करोड़ के साथ लागु की गई है।

आदिवासी, दलित और पिछड़े समुदायों के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, कौशल्य प्रशिक्षण की अनेक योजनाओं को पूरी तरह से अमल में लिया है। सिर्फ कागज- पन्ने लेकर जनता की आंखों पर पट्टी बांधने वालों और गरीबों को लूटने वालों से जनता को सावधान रहने की श्री मोदी ने अपील की।

शहरों और गांवों में कोई भी परिवार आवास विहीन ना रहे इसके लिए आवास सुविधा के अभियान की भूमिका पेश करते हुए श्री मोदी ने कहा कि गुजरात की स्थापना के बाद ४० साल में १० लाख मकान बनाए गए जिनकी गुणवत्ता इतनी खराब थी कि वह मकान आवंटित होने के बाद भी रहने लायक नहीं थे। इस सरकार ने दस साल में ही १६ लाख मकान गरीबों को दे दिए। इन गरीब कल्याण मेलों में एक माह में ६ लाख आवास प्लॉट और प्रथम किश्त की सहायता दी जा रही है। राज्य में बीपीएल ० से १६ केटेगिरी के सभी गरीबों को आवास की सुविधा देने वाला गुजरात एकमात्र राज्य है।