द्भावना मिशन : वलसाड़
गुजरात कभी दिल्ली की सल्तनत के दरबार में मुजरा नहीं करेगा : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री की प्रधानमंत्री को चुनौती : गुजरात के साथ विकास का मुकाबला करे
वलसाड़ जिले के विकास कार्यों के लिए 1101 करोड़ की घोषणा
5500 लोगों ने किया स्वेच्छा से उपवास
अहमदाबाद, गुरुवार: मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज अपनी चिर-परिचित शैली में केन्द्र की सरकार पर प्रहार किए। श्री मोदी ने कहा कि, दिल्ली की सल्तनत कान खोलकर सुन ले गुजरात कभी दिल्ली दरबार में मुजरा नहीं करेगा। वह जमाने अब बीत चुके हैं। गुजरात के सार्वजनिक जीवन में अवरोध डालने और षड्यंत्र रचकर बरबाद करने वालों को गुजरात की जनता कभी माफ नहीं करेगी। सद्भावना मिशन के एक दिवसीय उपवास का वलसाड़ में समापन करते हुए श्री मोदी ने कहा कि गुजरात की जनता के पुरुषार्थ और सामथ्र्य पर गुजरात अपना विकास करने के लिए प्रतिबद्घ है।उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि, छह करोड़ गुजरातियों के छोटे से राज्य में एक ओर रेगिस्तान, दूसरी ओर पाकिस्तान और विशाल बंजर भूमि है, नमक के सिवाय कुछ पैदा होता नहीं, इसके बावजूद डॉ. मनमोहन सिंह जी की दिल्ली सल्तनत गुजरात के साथ विकास के मामले में मुकाबला करके देख ले। इस मामले में गुजरात दिल्ली की सल्तनत को हरा देगा। गुजरात की जनता ऐसे लोगों को पहचान गई है इसलिए ही गुजरात उनकी परवाह नहीं करता, इसलिए ही वह बेचैन हो जाते हैं।
श्री मोदी ने कहा कि, तुम्हारी डिक्शनरी में जितनी गालियां देनी हो दे दो, तरकश में जितने तीर हों चला लो, जितनी संवैधानिक संस्थाओं का इस्तेमाल करना हो कर लो। हमारे साथ छह करोड़ गुजरातियों की शक्ति है तब तक गुजरात का कुछ बिगडऩे वाला नहीं है। हमारा दस वर्ष का परिश्रम बेकार नहीं गया है इसलिए ही सद्भावना मिशन में हर जिले में लोग उमड़ रहे हैं और सद्भावना मिशन के तप में भागीदार बनते हैं, उनका तप बेकार नहीं जाएगा। गुजरात का विपक्ष शासन के वक्त असफल हुआ था और विपक्ष के रूप में भी असफल हुआ है। श्री मोदी ने कहा कि, सत्ता में थे तब इन लोगों ने जनता के अरमानों को चकनाचूर कर दिया था, और अब विपक्ष में रहकर रचनात्मक भूमिका निभाने के बजाय गुजरात का विरोध कर रहे हैं। लेकिन जनता कभी इनको माफ नहीं करेगी।
मुख्यमंत्री के सद्भावना मिशन अभियान के तहत आज वलसाड़ में आयोजित एक दिवसीय उपवास में जनता का अभूतपूर्व जनसमर्थन मिला। वलसाड़ जिले की पांचों तहसीलों और शहरों में से समाजशक्ति के साक्षात्कार का मुख्यमंत्री श्री मोदी ने दिन भर दर्शन और अभिवादन किया। जिले में से करीब 5500 नागरिकों ने स्वेच्छा से उपवास किया
श्री मोदी ने कहा कि इस विराट जनशक्ति के अभूतपूर्व नजारे ने सद्भावना मिशन की एक आधुनिक पहचान गुजरात को दी है और गुजरात ने विकास द्वारा देश को नये मापदंड स्थापित कर दिखाए हैं। दस वर्ष में गुजरात का गरीब और आम आदमी अब सिर्फ विकास की कामना कर रहा है। पहले राहत कार्यों में से काली मजदूरी करके दो वक्त की रोटी जुटाना भी मुश्किल था, गांव-गांव में टैंकर कमाई किया करते थे। वनवासी क्षेत्रों में मात्र 4 प्रतिशत आदिवासियों के घरों में नल कनेक्शन था, लेकिन आज दस वर्ष में इस सरकार ने 72 प्रतिशत घरों में नल के कनेक्शन लगाए हैं और नर्मदा कैनाल की विशाल पाइपलाइन हजारों किलोमीटर क्षेत्र में फैलाई है। उन्होंने कहा कि, गुजरात मतलब विकास और विकास मतलब गुजरात।
एक गुजराती के तौर पर पूरी दुनिया में इस प्रकार की वाहवाही लेने का गौरव भी विपक्षी भूल चुके हैं। जब वह सत्ता में थे तब विफल हुए और अब नकारात्मक राजनीति कर रहे हैं। श्री मोदी ने कहा कि दस वर्ष पहले गुजरात में सामाजिक तनाव, सांप्रदायिक दंगों और कफ्र्यू से बरबादी का वातावरण था, जबकि आज दस वर्ष से गुजरात में शांति और एकता का वातावरण बन चुका है जो विपक्षियों को रास नहीं आ रहा है। मगर जब तक छह करोड़ गुजरातियों का सहयोग और भरोसा है तब तक विपक्ष की हरकतों से कोई असर होने वाला नहीं है। किसी को लगता हो कि, हम जो करते हैं वह केन्द्र की सल्तनत की मेहरबानी से करते हैं तो वह गलतफहमी में है। और वह जो करते हैं उसे कोई देखता नहीं, यह सोचना भी उनकी मुर्खता है क्योंकि ईश्वर सब कुछ देखता है और गुजरात सत्य के मार्ग पर चल रहा है और साहस से विकास कर रहा है।
इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष गणपतभाई वसावा, वन एवं पर्यावरण मंत्री मंगूभाई पटेल, प्रभारी मंत्री नरोत्तमभाई पटेल, राज्यसभा सांसद कानजीभाई पटेल, विधानसभा की सचेतक श्रीमती उषाबेन पटेल और प्रदेश भाजपाध्यक्ष आर.सी. फळदु ने अपने विचार जनता के समक्ष रखे।