गुजरात की आईटीआई में एकसाथ 2477 सुपरवाईजर्स इंसट्रक्टर्स की नियुक्ती

आईटीआई प्रशिक्षण संस्थाओं की विशेष प्रतिष्ठा स्थापित की जाएगी:मुख्यमंत्री

गांधीनगर,सोमवार: गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज राज्य की औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं में एकसाथ 2477 सुपरवाईजर्स इंसट्रक्टर्स की नियुक्ती के आदेश जारी करते हुए गुजरात में आईटीआई प्रशिक्षण संस्थाओं की विशेष प्रतिष्ठा स्थापित करने की घोषणा की।आईटीआई डिप्लोमा करने वालों को दसवीं और बारहवीं के समकक्ष मान कर उच्च अभ्यास के लिए दरवाजे खोल देने का उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि आईटीआई सहित हुनर,कौशल्य के लिए ओटोमोबाइल्स और शिपिंग इन्डस्ट्रीज के लिए विशाल सम्भावनाएं पैदा होंगी।

उद्योग और आर्थिक विकासयात्रा के कीर्तीमान बना रहे गुजरात में कुशल युवामानव संसाधन शक्ति को प्रशिक्षण देने के लिए राज्य सरकार ने योजनाएं बनाई हैं। इसके तहत आज गांधीनगर के महात्मा मन्दिर में आईटीआई संस्थाओं में एकसाथ 2477 उम्मीदवारों कि पारदर्शी नियुक्ती प्रक्रिया सम्पन्न हुई। केवल 4 माह में ही रोजगार और तालीम विभाग ने ओनलाइन ओएमआर टेस्ट सिस्टम से यह भर्ती की है।

मुख्यमंत्री श्री मोदी ने इस मौके पर कहा कि गुजरात सरकार ने दस वर्ष में 1000 से ज्यादा स्कील डेवलपमेंट प्रशिक्षण कोर्स शुरू किये हैं। उन्होंने कहा कि श्रम एव जयते की प्रतिष्ठा आईटीआई में प्रशिक्षण लेनेवाले युवाओं के मानस में स्थापित करनी है।आईटीआई के ढांचागत विकास में सुधार,प्रशिक्षण कोर्स और टेक्नोलोजी के उपयोग में गुणात्मक बदलाव किया गया है इसलिए ही गुजरात के आईटीआई मोडल को भारत सरकार ने प्रेरक करार दिया है। आईटीआई डिप्लोमा पास करने वालों को 12 वीं के समकक्ष और 8 वीं के बाद 2 साल का आईटीआई कोर्स पूरा करने वालों को 10 वीं के समकक्ष मानने का क्रांतिकारी कदम देशभर मे सिर्फ गुजरात ने उठाया है। भविष्य में आईटीआई के कोर्स में तकनीकी शिक्षा के साथ ही युवा व्यक्तित्व विकास के सोफ्टस्कील्स की तालीम भी दी जाएगी। श्री मोदी ने कहा कि गुजरात उद्योग क्षेत्र में देश में सबसे ज्यादा रोजगार दे रहा है। राज्य सरकार ने सरकारी कार्यालयों 2.50 लाख नई भर्तियां की है।इस साल केवल गुणवत्ता के आधार पर सरकारी कार्यालयों में 60,000 नई भर्तीयां की जाएगी। इस कार्यक्रम में श्रम एवं रोजगार मंत्री वजुभाई वाला तथा श्रम एवं रोजगार विभाग के अग्र सचिव पी.पनीरवेल ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस मौके पर राज्य के क्रषि मंत्री दिलीपभाई संघाणी, स्वास्थ्य मंत्री जयनारायण व्यास, श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री लीलाधर भाई वाघेला,रोजगार एवं प्रशिक्षण विभाग के निदेशक सोनल मिश्रा सहित कई उच्च अधिकारी मौजूद रहे।