गुजरात की सरकारी प्राथमिक शालाओं में नये 8800 विद्या सहायकों की पारदर्शी नियुक्ति
गांधीनगर में मुख्यमंत्री और जिलों में मंत्रियों ने विद्या सहायकों को प्रदान किए नियुक्ति पत्र
मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात की प्राथमिक सरकारी शालाओं में नये 8800 विद्या सहायकों को पारदर्शी नियुक्ति पत्र प्रदान करते हुए गुजरात के आने वाले कल के सपनें पूरे करने के लिए सामर्थ्यवान मानवशक्ति का निर्माण करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि उत्तम शिक्षक का दायित्व निभाएं।राज्य सरकार के शिक्षा विभाग ने इस वर्ष और 8800 विद्या सहायक नियुक्त करने की प्रक्रिया पूर्ण की है। उनको नियुक्ति पत्र जिलों में विभिन्न मंत्रियों ने एकसाथ प्रदान किए।
गांधीनगर महात्मा मन्दिर में इसका राज्य स्तरीय समारोह मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। श्री मोदी की शैक्षणिक क्रांति का प्रेरक संदेश तमाम जिलों में सीधा प्रसारित हुआ।
मुख्यमंत्री ने शिक्षकों सहित सरकारी सेवा, नौकरियों में भर्ती की प्रक्रिया को पारदर्शी करार देते हुए इसे उदाहरणीय बतलाया। उन्होंने कहा कि देश में चारों ओर भ्रष्टाचार काबु में नहीं आ रहा ऐसे निराशाजनक वातावरण में भी गुजरात ने शिक्षकों की सम्पूर्ण भर्ती और स्थानांतरण प्रक्रिया पार्दर्शिता से पूरी की है।कहीं से किसी अनियमितता की शिकायत नहीं आई है। पिछले एक वर्ष में ही 1.41 लाख विद्या सहायकों की पारदर्शी नियुक्ति हुई है।
उन्होंने कहा कि गुजरात में भूतकाल में पीढियों से कन्या केलवणी और प्राथमिक शिक्षा की दुर्दशा थी जिसे एक दशक में बदलकर बेहतर बनाया गया है। सरकारी शालाओं में ढांचागत सुविधाएं, आधुनिक कम्प्युटर, टेक्नॉलॉजी ,ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी, 76000 नये स्कूल कक्ष, 1.41 लाख नये शिक्षक और वित्तीय सुविधाओं के साथ शिक्षा सुधार में गुणात्मक परिवर्तन हुआ है।
पिछले एक दशक में आधारभूत शिक्षा में जो क्रांतिकारी परिवर्तन आया है उसके परिणामस्वरूप ही आज आगे अभ्यास के लिए शहरों में विद्यार्थियों के हॉस्टल्स के लिए 200 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है। एक ही दशक में गुजरात में 100 प्रतिशत शाला नामांकन और ड्रॉप आउट रेशियो 2.9 तक लाने में सफलता हासिल हुई है।
प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार के परिणामों पर प्रकाश डालते हुए श्री मोदी ने कहा कि गुजरात में 40 साल में 11 युनिवर्सिटियां थी जो आज एक दशक में बढ़कर 46 हो गई हैं।
हिन्दुस्तान में कहीं भी प्राथमिक शालाओं का ग्रेडेशन नहीं है मगर गुजरात की सभी 32772 शालाओं का ग्रेडेशन करके उनको अपग्रेड करने के लिए शिक्षकों के साथ समाज को जोड़कर राज्य सरकार ने गुणोत्सव का आयोजन किया है। इस वजह से कमजोर शालाओं में शैक्षणिक स्तर ऊपर आया है।
उत्तम शिक्षकों का महत्व समझाते हुए श्री मोदी ने कहा कि राष्ट्र के भविष्य के लिए शिक्षा और संस्कार नींव हैं। सच्चे और बेहतर शिक्षकों के लिए उनके मन में निरंतर विद्यार्थी भाव रहना चाहिए। अंतर में उत्तम शिक्षक के वटवृक्ष के लिए जिज्ञासा, ज्ञान और अनुभव का खाद- पानी सिंचित होते रहना चाहिए। शिक्षक प्राणवान हो, प्रभावी हो और प्रेरक भी हो यही उसके उत्तम शिक्षक होने का गौरव है।
विद्या सहायकों को कैरियर में उत्तम शिक्षक बनने की शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षक का फर्ज बोझ लगेगा तो शाला की घंटी से भी तनाव होगा मगर शिक्षक के तौर पर जीवन को सार्थक मानेंगे तो कक्षा के बालकों के मन में बस जाएंगे।
शिक्षा के अग्र सचिव ने भी इस अवसर पर विचार रखे। कार्यक्रम में अहमदाबाद की मेयर मीनाक्षी बेन पटेल, अहमदाबाद जिला पंचायत प्रमुख, नगर प्राथमिक शिक्षण समिति के प्रमुख जगदीश भावसार, पदाधिकारी, अधिकारी, नवनियुक्त शिक्षक और उनके परिजन मौजूद थे।