कृषि महोत्सव :

वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के जरिए किसानों से मुखातिब हुए श्री मोदी.

कृषि-ढांचागत सुविधा का सर्वांगीण नेटवर्क स्थापित किया : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कृषि महोत्सव अभियान के अंतर्गत शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के जरिए किसानों से मुखातिब होते हुए कहा कि भूतकाल में किसान को कुदरत के भरोसे छोड़ दिया जाता था, जबकि उनकी सरकार ने किसान की खेती समृद्घ और पोषणक्षम बने ऐसा कृषि-ढांचागत सुविधा का सर्वांगीण नेटवर्क स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने खेती की पूर्व तैयारी के लिए पानी, जमीन, बीज, उर्वरक, बुवाई से लेकर कटाई और उसके बाद उपज का बाजार और निर्यात तक की आधुनिक ढांचागत विकास की सुविधा किसानों को उपलब्ध कराई है।

देश की कृषि विकास दर के तीन फीसदी दर पर हिचकोले खाने जबकि गुजरात की ग्यारह फीसदी कृषि विकास दर की हो रही सार्वत्रिक चर्चा का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान को उसकी तकदीर के भरोसे छोडऩे के बजाय सरकार ने योजनाबद्घ तरीके से खेतीबाड़ी की गणना राज्य के आर्थिक विकास के महत्वपूर्ण पहलु के तौर पर करते हुए आधुनिक खेती के लिए ढांचागत सुविधाओं का नेटवर्क विकसित किया है।

उन्होंने कहा कि राज्य में क्लाइमेट जोन के तहत जमीन सुधार, जलसंचय, वाटरशेड कार्यक्रम, खारेपन का निवारण, सुदृढ़ बाजार व्यवस्था तथा खेतीमाल गोडाउन-कोल्ड स्टोरेज चेन तक की व्यवस्था की गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रति एकड़ ज्यादा उत्पादकता और मूल्यवद्र्घित खेती उत्पादन गुजरात के कृषि विकास का महत्वपूर्ण पहलु है। कृषि वैज्ञानिकों ने अनेक प्रकार की शोध के बाद कम लागत से ज्यादा उत्पादन का मार्ग बताया है। वहीं बिजली आपूर्ति के लिए प्रति वर्ष 150 से 175 जितने सब स्टेशन स्थापित किये जा रहे हैं, नतीजतन पर्याप्त मात्रा में बिजली उपलब्ध हो रही है। पहले बिजली की अनियमितता और वोल्टेज में कमी के चलते पानी के पंप की मोटर प्राय: जल जाया करती थी और किसान को भारी नुकसान उठाना पड़ता था। लेकिन अब स्थिति पूरी तरह बदल चुकी है। खेती के खर्च में कमी लाने के लिए अनेक ढांचागत सुविधाओं का विकास उपकारी बना है, साथ ही किसानों की आय बढ़ती रहे ऐसी पोस्ट हार्वेस्ट एग्रो इंफ्रास्ट्रक्चर की सुविधा भी खड़ी की है।

उन्होंने कहा कि भूतकाल में अपना अस्तित्व खो चुकी बावडिय़ों को पुन:जीवित कर जलमंदिरों का निर्माण किया गया और उनके निकट ही वृक्षारोपण कर पंचवटी को आकार दिया गया। श्री मोदी ने कहा कि गुजरात सरकार ने खेत से बाजार तक कृषि उपज के परिवहन के लिए बेहतर मार्गों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए किसान पथ का निर्माण किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात का किसान दुनिया के बाजार में अपनी उपज, फल आदि तथा सब्जियां निर्यात कर रहा है, लिहाजा समूचे गुजरात में मालसंग्रह के लिए नया ढांचा बड़े पैमाने पर स्थापित किया जाएगा। छोटा-सीमांत किसान भी जमीन के टुकड़े पर पोषणक्षम बागवानी-सब्जीभाजी की खेती कर समृद्घ बने, इसके लिए ग्रीन हाउस-नेट हाउस की योजना शुरू की गई है। ऐसे 25 हजार जितने नये नेटहाउस बनाए गए हैं। श्री मोदी ने कहा कि इस वर्ष भी मानसून में प्रकृति के आशीष से सार्वत्रिक वर्षा होगी लेकिन किसान भी इस बात का ख्याल रखें कि वर्षा का जल व्यर्थ नहीं जाने देंगे।