- शहरी विकास की जरूरतों और सर्वसमावेशक शहरी विकास को लेकर राष्ट्रीय परिसंवाद में विशेषज्ञों का मार्गदर्शन
- शहरी विकास के क्षेत्र में गुजरात की नवीनतम पहल और कार्यप्रणाली विषयक प्रदर्शनी
- शहरी बुनियादी ढांचा विकास संबंधी विविध तकनीकी बैठकें
आधुनिक युग में शहरीकरण के फलस्वरूप ख़ड़ी होने वाली अनेक भावि चुनौतियों का सामना करने के लिए मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में गुजरात ने दूरदर्शितापूर्ण आयोजन सुनिश्चित किया है। पिछले १० वर्ष में गुजरात में शहरी विकास के क्षेत्र में जनभागीदारी के जरिए अनेक अनोखे और मौलिक आयाम सफल रहे हैं।
सर्वसमावेशक शहरी विकास के लिए १७ अक्टूबर, २०१३ को महात्मा मंदिर, गांधीनगर में नेशनल समिट ऑन इन्क्लूजिव अरबन डेवलपमेंट का आयोजन किया गया है। मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी इस समिट का उद्घाटन करेंगे। समिट में शहरी विकास की जरूरतों और सर्वसमावेशक शहरी विकास के विषय में परिसंवाद आयोजित होगा जिसमें अंतरराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय वक्ता मार्गदर्शन देंगे।
इसी दिन महात्मा मंदिर में गुजरात द्वारा शहरी विकास के क्षेत्र में शुरू की गई नवीनतम पहल और कार्यप्रणाली विषयक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। इसके अलावा, विविध क्षेत्र के विशेषज्ञों, एजेंसियों और औद्योगिक अग्रणियों की ओर से प्रेजेन्टेशन पेश किया जाएगा।
इस एक दिवसीय समिट में दिन के दौरान अफोर्डेबल हाउसिंग, अर्बन प्लानिंग, मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट, बेजिक अर्बन एमिनिटिज, सोशल इन्क्लुजन, सस्टेनेबल वेस्ट मैनेजमेंट, अर्बन गवर्नेंस एंड म्यूनिसिपल फाइनेंस तथा स्मार्ट सिटीज जैसे विविध आठ विषयों पर तकनीकी सत्र आयोजित किए गए हैं। विविध सेमिनार में मंत्रिमंडल के सदस्य मौजूद रहकर प्रेरक मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।
समिट में बी टू बी और बी टू जी बैठकों द्वारा शहरी विकास में आवश्यक भागीदारी विषय पर विविध विचारों का आदान-प्रदान होगा।
उल्लेखनीय है कि, गुजरात सरकार ने राज्य में शहरीकरण की तेज गति से साथ पैदा होने वाली चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए शहरी ढांचागत सुविधाओं की जरूरतों के साथ वर्ष २००९ से स्वर्णिम जयंती मुख्यमंत्री शहरी विकास योजना क्रियान्वित कर नगर जीवन के कल्याण और सुख-सुविधा के लिए उल्लेखनीय कार्यप्रणाली अपनाई है। इस कार्य के लिए राज्य सरकार को अनेक अवार्ड से नवाजा जा चुका है।