ज्यादा खुशबू गुजरात की..!
आइये उस धरती पर जहाँ कभी सरस्वती नदी हिलोरे लेती थी, भगवान बुद्ध ने जहाँ प्रवास किया था, सापुतारा के मानसून उत्सव का लुत्फ उठाएं और राज्य में बनने वाले हस्तशिल्प को निहारें..!
सूर्य देवता के प्रति आस्था को समर्पित मंदिर देंखे, मां अंबे का आशीर्वाद लें तथा देखने जाने के लिए हमेशा कच्छ का रन तो है ही..!
यह सब तथा और भी नवीनतम
“आईये, कुछ दिन तो गुजारिए गुजरात में..!”