प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज फ्रांस के विदेश मंत्री श्री लोरेंत फेबियस की अगवानी की। प्रधानमंत्री ने अभी हाल में पेरिस में हुए आतंकवादी हमलों की तीव्र निंदा की और इन हमलों में मारे गये निर्दोष लोगों के प्रति गहरी संवेदनाएं प्रकट की हैं।
प्रधानमंत्री ने फ्रांस के साथ भारत की सामरिक रणनीतिक साझेदारी को दोहराया और इस वर्ष की शुरूआत में अपनी फ्रांस यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि इस यात्रा ने द्विपक्षीय संबंधों को नई शक्ति और गति प्रदान की है।
प्रधानमंत्री ने आगामी सीओपी-21 शिखर सम्मेलन के सकारात्मक परिणाम की उम्मीद जाहिर करते हुए कहा कि ये परिणाम न्यायसंगत, संतुलित और यूएनएफसीसी, विशेष रूप से आम सिद्धांतों लेकिन विभिन्न जिम्मेदारी और संबंधित क्षमताओं के सिद्धांतों और प्रावधानों द्वारा दिशा-निदेर्शित होने चाहिए। इसे विकासशील और छोटे द्वीपीय विकासशील देशों को अधिक प्रौद्योगिकीय और वित्तीय और क्षमता निर्माण के लिए सहायता प्रदान करनी चाहिए, ताकि ये देश भी महत्वाकांक्षी जलवायु कार्रवाई करने में अधिक समर्थ बन सकें। प्रधानमंत्री ने कहा कि सीओपी-21 शिखर सम्मेलन के दौरान वे फ्रांस के राष्ट्रपति और अन्य नेताओं के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय सौर संधि की शुरूआत करने के लिए उत्सुक है।
फ्रांस के विदेश मंत्री ने भारत द्वारा घोषित आेईएनडीसी की सराहना की और कहा कि भारत सीओपी-21 शिखर सम्मेलन की सफलता में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा।