भुज के पास सेडाता में श्री सुपार्श्व जैन सेवा मंडल संचालित कलापूर्णसूरी करुणाधाम पशु हॉस्पिटल का मुख्यमंत्री ने किया लोकार्पण
कच्छ के ग्रेट इंडियन बस्टार्ड प्रजाति पक्षियों के संरक्षण की प्रतिबद्धता जतायी
गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आजादी पर्व की पूर्व संध्या पर कच्छ में भुज के नजदीक पशु हॉस्पिटल का शुभारंभ करते हुए कहा कि, मुक पशुओं की सबसे बड़ी सेवा का प्रेरणास्त्रोत गुजरात रहा है। मात्र मानवसेवा ही नहीं, पशु-पक्षियों के प्राणों की सेवा गुजरात की धरती में करुणाभाव से बहती है। इसका संदेश दुनियाभर से आने वाले यायावर पक्षियों ने दिया है। उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार के पशु स्वास्थ्य मेले मुक पशुओं की सबसे बड़ी सेवा का अभियान है।
६७वें आजादी पर्व के राज्य स्तरीय समारोह में कच्छ जिले की जनता की उमंग में सहभागी होने भुज पहुंचे श्री मोदी ने भुज तहसील के सेडाता गांव में श्री सुपार्श्व जैन सेवा मंडल द्वारा संचालित कलापूर्णसूरि करुणाधाम पशु अस्पताल का शुभारंभ किया। दाताओं और जीवदया प्रेमी जैनों की ओर से तीन एकड़ क्षेत्र में दस करोड़ रुपये के खर्च से निर्मित आधुनिकतम चिकित्सा उपचार और शल्य क्रिया की सुविधा वाली इस हॉस्पिटल की विशिष्ट कार्यसंस्कृति का उन्होंने निरीक्षण किया।
श्री मोदी ने कहा कि राज्य सरकार के पशु चिकित्सा के अभिगम में पशु स्वास्थ्य की सेवा की अनुभूति करवाते इस पशु चिकित्सालय में सही अर्थों में पुण्य कार्य की करुणा बहती है। इसका उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने आचार्य भगवंतों, जैन दाताओं और जीवदया प्रेमी संस्था के सभी सहभागियों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि मुक पशुओं की सेवा और चिकित्सा सेवा की ऐसी आधुनिकतम सुविधा की प्रेरणा देने के लिए इन जैन सेवा संस्थाओं ने नया मार्ग दिखलाया है।
इस देश में पशु स्वास्थ्य मेले का अभियान चलाने वाला गुजरात पहला राज्य है जहां लेजर तकनीक से पीड़ारहित पशु शल्यक्रिया की सुविधा है। करोड़ों पशुओं को दस वर्ष में हर तीन किमी. की परिधि में ३५ हजार पशु स्वास्थ्य मेले आयोजित करके उपचार दिया गया है। दुनिया में पशुओं की दंत चिकित्सा, नेत्रमणी शल्यक्रिया और आर्थोपेडिक ऑपरेशन का नेटवर्क खड़ा करने वाला गुजरात प्रथम राज्य है। इसकी वजह से १६१ जितने पशु रोगों में से १२१ पशु रोगों को पूर्णतया खत्म किया गया है। गुजरात सरकार पशुओं के हॉस्टलों का ग्रामीण पशुपालन क्षेत्र में नवीनतम प्रयोग किया है। इसके परिणामस्वरूप पशुओं की स्वास्थ्य सेवाओं में गुणात्मक बदलाव आया है। राज्य में पशुपालन क्षेत्र में दूध उत्पादन में ६३ प्रतिशत की वृद्धि इन दस वर्षों में हुई है।
गुजरात में दुनिया भर से यायावर पक्षी इस धरती पर उतर आते हैं, जो यह दर्शाता है कि यह भूमि करुणा भाव की भूमि है जो मात्र मानवजाति ही नहीं पशु-पक्षी के मन में भी करुणा की भूमि का संदेश देती है। मात्र कच्छ के अनमोल नजराने के समान ग्रेट इंडियन बस्टार्ड पक्षियों की प्रजाति के संरक्षण और संवर्धन के लिए भी विशेष ध्यान देने की श्री मोदी ने प्रतिबद्धता जतायी।
इस मौके पर विधायक ताराचंद छेड़ा ने पशु अस्पताल के लिए जीवदया प्रेमी दाताओं द्वारा दी गई दान की जानकारियां देते हुए मुख्यमंत्री द्वारा कच्छ के विकास के लिए किए गए भगीरथी प्रयासों पर शुभकामनाएं दी। सुपार्श्य जैन सेवा मंडल के प्रमुख कौशलभाई मेहता ने स्वागत भाषण दिया। कच्छ की परंपरा के मुताबिक दाताओं-ट्रस्टियों ने मुख्यमंत्री का स्वागत-सम्मान किया।
मुख्यमंत्री ने पशु हॉस्पिटल के चिकित्सा विभागों, आर्थो. थियेटर, ऑपरेशन हॉल, पशुपालक रेस्टहाउस और आधुनिक रेस्क्यू वाहन का निरीक्षण किया।
इस मौके पर कच्छ के प्रभारी मंत्री परवतभाई पटेल, सांसद पूनमबेन जाट, जिला पंचायत प्रमुख त्रिकमभाई छांगा, विधायक नीमाबेन आचार्य, रमेशभाई महेश्वरी, वासणभाई आहिर, वाघजीभाई पटेल, छविलदास पटेल, जिला भाजपा अध्यक्ष पंकजभाई मेहता, वालुबेन मंगेरिया, भुज नपा प्रमुख श्रीमती हेमलताबेन गोर, सेडाता के सरपंच लतीफभाई राठोड़, दाता सुंदरजी भाई शाह, डुंगरशीभाई वोरा, अदाणी ग्रुप के गौतम अदाणी, लहरभाई देढिया, पूर्व सांसद पुष्पदानभाई गढ़वी, मुकेशभाई जवेरी, भोपाल की गौसेवा प्रेमी प्रीतिबेन पोटवाल, महेशभाई शाह सहित कई लोग मौजूद थे।