आईओसी हजीरा टर्मिनल में आग का मामला

 

श्री मोदी ने अविलम्ब एमबी. लाल कमेटी की सिफारिशों का अमल करने का प्रधानमंत्री को दिया सुझाव

 

गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 5 जनवरी 2013 को सूरत के नजदीक इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के हजीरा प्लांट में लगी भयानक आग जैसी दुर्घटनाओं का पुनरावर्तन रोकने के को लेकर प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है। ऑयल कम्पनियों की सुरक्षा सम्बन्धी एमबी. लाल कमेटी की सिफारिशों का अमल करने में केन्द्र सरकार विलम्ब क्यों कर रही है यह सवाल उठाया है।

इससे पूर्व 29 अक्टूबर 2009 को आईओसी जयपुर में 11 दिन चली आग में 11 लोगों की मौत हो गई थी और 45 से ज्यादा घायल हो गए थे। इसके कारण 280 करोड़ का नुकसान हुआ था। भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने और आवश्यक कदम उठाने के लिए केन्द्र सरकार ने एचपीसीएल के पूर्व चेयरमेन एमबी. लाल की अध्यक्षता में 7 सदस्यों की कमेटी का गठन किया था।

प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहनसिंह को लिखे पत्र में श्री मोदी ने एमबी.लाल कमेटी द्वारा की गई 118 सिफारिशों के अमल की स्थिति के बारे में निश्चित जानकारी ना होने पर गम्भीर चिंता जताई। उल्लेखनीय है कि कमेटी ने 29 जनवरी 2010 को इसकी रिपोर्ट सौंपी थी। हाल ही में 5 जनवरी 2013 को सूरत के नजदीक हजीरा प्लांट में लगी विकराल आग की वजह से भारी आर्थिक नुकसान हुआ था और इस घटना में ऑय़ल आपूर्ति पर असर के साथ ही तीन लोगों की जान भी गई थी। आसपास के इलाकों में भय का माहौल भी बन गया था।

श्री मोदी ने उनके पत्र में कहा कि हजीरा की घटना केन्द्र सरकार द्वारा लिए गए कदमों पर गम्भीर सवाल उठाती है। सिफारिशों के कमजोर अमलीकरण और घटना के पुनरावर्तन की वजह से नागरिकों की सुरक्षा और सलामती उपलब्ध करवाने के मामले में सरकार की क्षमता पर लोगों का भरोसा निरंतर घट रहा है।

हमारी इकाईयों की सलामती और सुरक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए और इस मामले में किसी प्रकार का विलम्ब नहीं होना चाहिए। श्री मोदी ने कहा कि इस प्रकार की और घटनाएं मंजूर नहीं की जा सकती क्योंकि इससे अपनी ऊर्जा सुरक्षा पर असर होता है और संवेदनशील इकाईयों के संचालन पर हमारी क्षमता पर सवाल उठते हैं।

श्री मोदी ने प्रधानमंत्री को सुझाव दिया कि कमेटी की तमाम सिफारिशों का अमल नहीं किया गया हो तो केन्द्र सरकार को निश्चित समय में जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए जिससे इकाईयों की सुरक्षा पर लापरवाही ना हो पाए।

यहां यह उल्लेखनीय है कि आइओसी हजीरा टर्मिनल में आग लगी तब राज्य की डिजास्टर रिस्पोंस टीम के साथ इंड्स्ट्रियल और फायर सेफ्टी के विशेषज्ञों ने तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति पर नियंत्रण किया था। राज्य सरकार के समय पर और असरदार कदमों की वजह से 24 घंटे में विकराल आग को काबु में ले लिया गया था और ज्यादा नुकसान होने से रोका गया था। केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली ने भी गुजरात सरकार के कदमों की सराहना की थी।

एमबी.लाल कमेटी के अनुसार जयपुर की घटना भारत की प्रथम और विश्व की इस तरह की तीसरी घटना थी। श्री मोदी ने कहा कि हमारे ऑयल डिपो और टर्मिनल की सुरक्षा से हमारी उर्जा सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सकेगा और आग जैसी घटनाओं को रोका जा सकेगा।