गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने स्वाधीनता सेनानी वीर सावरकर द्वारा अंडमान निकोबार की कालेपानी की सजा के दौरान जेल की दीवारों पर लिखी गई कविताओं की अमर रचनाओं पर आधारित दो संगीत एल्बम का आज विमोचन किया।
स्वरनंद फाउंडेशन मुंबई के युवा संगीतकार भरत मोहन बालवली के निर्देशन में तैयार ये दोनों एल्बम ‘स्वतंत्रते भगवती’ और ‘सावरकर की अमर रचनाएं’ चार वर्ष की संगीत तपस्या का पुरुषार्थ है, जिसकी मुख्यमंत्री ने अत्यंत भावुकता के साथ सराहना की और भरत बालवली और सहयोगियों को अभिनंदन दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समग्र वीर सावरकर परिवार ने भारत माता की आजादी के लिए जो त्याग-तपस्या की वह भारत की आजादी के लिए जान की बाजी लगाने वाले अनेक सेनानियों की तरह सिरमौर है। कालेपानी की सजा के दौरान भी अंडमान-निकोबार जेल की दीवारों पर भारत माता की भक्ति के लिए वीर सावरकर ने यह काव्य रचनाएं लिखी थीं जो आज भी युवापीढ़ी को देशभक्ति की प्रेरणा देती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वीर सावरकर जी की साहित्य साधना की तपस्या, काव्य और मंत्र में भारत माता की आजादी की ललक थी। उनकी नस-नस में भारत माता की मुक्ति की आग थी। युवा संगीतकार भरत बालवली ने इस काव्य रचना के दो एल्बम तैयार किए जिससे भारत भक्ति के संस्कार प्रकट हुए हैं।