आपणो तालुको वाइब्रेंट तालुको ATVT चिंतन शिविर सम्पन्न
गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आपणो तालुको वाइब्रेंट तालुको ATVT की प्रशासनिक व्यवस्था को ज्यादा प्राणवान और प्रभावी बनाने का अधिकारियों से आह्वान किया है।
गांधीनगर के महात्मा मंदिर में आयोजित एटीवीटी चिंतन शिविर का शुभारम्भ मुख्यमंत्री श्री मोदी ने किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि राज्य में प्रांत अधिकारियों का संख्याबल दोगुना हुआ है और प्रत्येक प्रांत में औसतन दो तहसीलों के सर्वांगीण विकास का दायित्व है। ऐसे में सरकार की सेवाओं के लिए उत्तम डिलीवरी सिस्टम और समाज की भागीदारी का प्रेरक नेतृत्व प्रांत अधिकारी करें।
गुजरात जिस तरह विकास की ऊंचाइयों पर पहुंचा है उसने टीम गुजरात की क्षमता और सामर्थ्य की अनुभूति करवाई है। इसका गौरवपूर्ण उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि पंचायतीराज व्यवस्था से हमने सत्ता के विकेन्द्रीकरण को सफल बनाया उसी तरह समयानुकूल परिवर्तनों द्वारा प्रशासन की तालुका टीम के लिए एटीवीटी से जिला टीम के बाद तहसील केन्द्रित व्यवस्था विकसित करनी है। रूढ़िगत व्यवस्था में परिवर्तन नहीं लाया जाता तो व्यवस्था खुद ही बोझ बन जाती है। इसलिए ही गुजरात में एटीवीटी व्यवस्था विकसित कर प्रशासन का कार्यबोझ हल्का करने के लिए प्रति प्रांत दो तहसीलों की व्यवस्था की गई है। ऐसे में इसे सक्षम बनाने के लिए इसको जीवंत और परिणामलक्ष्यी बनाने का नेतृत्व तालुका टीम को करना होगा।
गरीब कल्याण मेलों के अभियान की सफलता ने तालुका टीम के तंत्र की क्षमता साबित की है। इसकी रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए श्री मोदी ने कहा कि प्रत्येक तहसील विकास की स्पर्धा करे इसके लिए उत्तम वातावरण बना है। और राज्य की 248 तहसील अधिकारी 500 सहस्त्र बाजुओं के साथ गुणवत्तापूर्ण विकास के लिए समाजशक्ति को प्रेरित करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक समाज संस्कार में दया- करुणा और संस्कार की धारा निरंतर बहती रहती है ऐसे में कुपोषण जैसी समस्या के निवारण के लिए समाजशक्ति को प्रेरित करके लोकशिक्षण का नेतृत्व करना चाहिए। श्री मोदी ने दसवीं और बारहवीं कक्षा की बालिकाओं को मिशन बलम सुखम को मिशन मोड पर संतुलित आहार के लिए चलाना चाहिए।
इस अवसर पर राजस्व मंत्री श्रीमती आनंदीबेन पटेल, महिला और बाल कल्याण मंत्री गणपत भाई वसावा, राज्य मंत्री श्रीमती वसुबेन त्रिवेदी, सचिव, तमाम जिलों के अधिकारी, प्रांत अधिकारी और विकास अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्य सचिव वरेश सिन्हा ने एटीवीटी चिंतन शिविर की भूमिका प्रस्तुत की। महिला और बाल कल्याण सचिव, कमिश्नर श्रीमती अंजु शर्मा ने स्वागत किया।