प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज जम्मू- कश्मीर में कटरा का दौरा किया।
उन्होंने माता वैष्णो देवी नारायण सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का उद्घाटन किया और श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में भाषण दिया।
प्रधानमंत्री ने छात्रों का आह्वान किया कि वे हमेशा इस बात को ध्यान में रखें कि इस विश्वविद्यालय के लिए धन का एक स्रोत गरीब तीर्थ यात्रियों द्वारा माता वैष्णो देवी श्राइन में किया गया दान रहा है। उन्होंने कहा कि छात्रों को गरीबों के लिए कुछ करने की शपथ भी लेनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि राष्ट्र नई ऊंचाइयों को छू रहा है और अपनी युवा आबादी की सहायता से बहुत कुछ अर्जित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी ज्ञान की सदी है और जब भी ज्ञान का युग रहा है, भारत ने राह दिखाई है।
प्रधानमंत्री ने शैक्षिक रूप से बहुत अच्छा प्रदर्शन करने के लिए छात्राओं की सराहना की। उन्होंने दीपा करमाकर की उपलब्धि का भी उल्लेख किया, जो ओलंपिक जिम्नास्टिक प्रतियोगिता के लिए अर्हता प्राप्त करने वाली पहली भारतीय महिला बन गई है। प्रधानमंत्री ने बाद में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड खेल परिसर का उद्घाटन किया और जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने जम्मू और कश्मीर की मुख्यमंत्री सुश्री महबूबा मुफ्ती की उनके उस ऊर्जावान नेतृत्व और उत्साह के लिए सराहना की, जिसके साथ उन्होंने जम्मू – कश्मीर राज्य के भविष्य की बात की है। उन्होंने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री श्री मुफ्ती मोहम्मद सईद का भी स्मरण किया।
खेल परिसर का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि समाज में खेल भावना का निर्माण करने के लिए खेल बहुत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने फीफा अंडर-17 विश्व कप का भी उल्लेख किया, जिसकी भारत 2017 में मेजबानी करेगा। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए खेल का जश्न मनाने का अवसर होना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने जम्मू – कश्मीर के लिए श्री अटल बिहारी वाजपेयी के विजन – इंसानियत, जम्हूरियत और कश्मीरियत की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस विजन को ध्यान में रखते हुए राज्य के विकास की दिशा में काम करने के लिए हर संभव प्रयास किये जाएंगे।