प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि विश्व भारत के सकल घरेलू उत्पाद में बढ़ोतरी को महसूस कर रहा है, जो बढ़ कर 7.4 प्रतिशत हो गई है। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ अब भारत को विश्व में तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में देख रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि अर्थव्यवस्था का विकास इससे भी तेज गति से होगा और 21वीं सदी एशिया की होगी जिसमें भारत प्रमुख भूमिका अदा करेगा।
आज पुणे में चाकन स्थित जनरल इंजीनियरिंग के मल्टी मॉडल विनिर्माण केंद्र का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में विनिर्माण की व्यापक संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि भारत का जन सांख्यकीय दृष्टि से लाभप्रद स्थिति में होना निवेश आकर्षित करने का एक महत्वपूर्ण घटक है। उन्होंने कहा कि सरकार प्रशिक्षित प्रतिभाशाली कार्मिक तैयार करने की दिशा में काम कर रही है, जिससे विश्व को भारत के प्रति आकर्षित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि वैश्विक प्रौद्योगिकी (विश्व धन) और भारतीय युवाओं (युवा धन) की प्रतिभा मिल कर स्थिति को बेहतर बना सकती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार नीतियों और कानूनों को भरोसेमंद बनाने की दिशा में काम कर रही है जिससे निवेशकों का विश्वास बढ़ाने में मदद मिलेगी।
श्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ‘‘व्यापार को आसान बनाने’’ की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने व्यापार को आसान बनाने और उद्योग स्थापित करने के लिए अपेक्षित मंजूरियों में व्यापक कमी लाने के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फड़नवीस के कार्यों की सराहना की।
प्रधानमंत्री ने अत्याधुनिक विनिर्माण केंद्र के लिए जनरल इंजीनियरिंग को बधाई दी और अधिक निवेश की उनकी घोषणा का स्वागत किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में जल, थल और नभ सभी क्षेत्रों में विनिर्माण की व्यापक संभावनाएं हैं। उन्होंने जनरल इंजीनियरिंग को जल क्षेत्र में निवेश के लिए आमंत्रित किया जो थल और नभ क्षेत्र में पहले ही निवेश कर रही है। उन्होंने जीई को रक्षा विनिर्माण क्षेत्र में निवेश के लिए आमंत्रित किया, जहां प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा बढ़ा कर 49 प्रतिशत की जा चुकी है।
प्रधानमंत्री ने पुणे को ‘भारत का डेट्रॉयट’ (अमरीका का एक शहर) बताते हुए कहा कि इसके रक्षा उत्पादन के एक केंद्र के रूप में उभरने की व्यापक संभावनाएं हैं। श्री मोदी ने इस बात पर बल दिया कि रेलवे क्षेत्र आर्थिक विकास का नेतृत्व कर सकता है जहां व्यापक संभावनाएं हैं।
इस अवसर पर महाराष्ट्र के राज्यपाल श्री विद्यासागर राव, मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडनवीस और केंद्रीय मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर भी मौजूद थे।