प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एडवांसिंग एशिया’ समारोह को संबोधित किया
वैश्विक संस्थाओं में सुधार एक अनवरत प्रक्रिया होनी चाहिए: प्रधानमंत्री
ख़ुश हूँ कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने अक्टूबर 2017 से कोटा परिवर्तन के अगले दौर को अंतिम रूप देने का फैसला किया है: प्रधानमंत्री
भारत का हमेशा से बहुसंस्कृतिवाद में पूरा विश्वास रहा है: प्रधानमंत्री मोदी
हम ऐसी नीतियों को आगे बढ़ाने की ज़रूरत है जिससे वृहत अर्थव्यवस्था को स्थिरता एवं विकास और समावेशन को बढ़ावा मिले: प्रधानमंत्री
21वीं सदी एशिया की सदी है और रहेगी: प्रधानमंत्री मोदी
एशिया वैश्विक आर्थिक सुधार के लिए आशा की किरण है: प्रधानमंत्री मोदी
भारत ने इस मिथक को तोड़ा है कि लोकतंत्र और तीव्र आर्थिक विकास एकसाथ नहीं हो सकते : प्रधानमंत्री मोदी
भारत ने व्यापक आर्थिक स्थिरता की दिशा में काफ़ी लाभ हासिल किया है: प्रधानमंत्री मोदी
बैंकों और नियामकों के फैसलों में हस्तक्षेप और भ्रष्टाचार अब नहीं: प्रधानमंत्री मोदी
हमारे द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों के फलस्वरूप उद्यमिता क्षेत्र फलफूल रहा है: प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नई दिल्ली में ‘एडवांसिंग एशिया: भविष्य के लिए निवेश’ समारोह में भाग लिया। यह समारोह अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा आयोजित किया गया था। समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी एशिया की सदी है।

श्री मोदी ने विस्तार से बताया कि कैसे भारत ने इस मिथक को तोड़ा है कि लोकतंत्र और तीव्र आर्थिक विकास एकसाथ नहीं हो सकते। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि भारत ने दिखाया है कि विशाल एवं विविधतापूर्ण देश को ऐसे चलाया जा सकता है जिससे आर्थिक विकास को बढ़ावा व सामाजिक स्थिरता बनाए रखा जा सकता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने सरकार की विभिन्न पहल का भी उल्लेख किया जिससे उद्यमशीलता को बढ़ावा मिला और देश को मजबूती मिली। प्रधानमंत्री ने कृषि क्षेत्र में बढ़ते निवेश का भी उल्लेख किया और यह बताया कि सरकार किसानों की आय को दोगुना करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि देश में बैंकों और नियामकों के फैसलों में हस्तक्षेप और भ्रष्टाचार अब घटा है।

प्रधानमंत्री ने अक्टूबर 2017 से कोटा परिवर्तन के अगले दौर को अंतिम रूप देने के अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के फैसले पर भी ख़ुशी जताई है।

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