प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में एक विशाल जनसभा की। उन्होंने प्रबुद्ध वर्ग को भी अलग से संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने बनारस की जनता से कहा कि देश के पूर्वी भाग के विकास के बिना हिंदुस्तान का विकास अधूरा है और पूर्वांचल के विकास की तस्वीर उनके मन में साफ है। श्री मोदी ने कहा, ‘’अगर पूर्वांचल का विकास सही ढंग से होगा तो उत्तर प्रदेश को भी विकास की यात्रा में हिंदुस्तान में नंबर एक बनने में देर नहीं लगेगी।‘’

प्रबुद्ध लोगों से मुखातिब होते हुए प्रधानमंत्री ने देश को जोड़ने में महात्मा गांधी के महान योगदान की याद दिलायी। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संघर्ष को जिस तरीके से गांधीजी ने जनान्दोलन की शक्ल दी, उससे हमें प्रेरणा लेनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार भी लोगों से जुड़े रहना चाहती है और गुड गवर्नेंस में जनता की भागीदारी सुनिश्चित करना चाहती है।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बनारस की जनता से कहा कि पूर्वांचल के साथ बनारस का समग्र विकास उनकी प्राथमिकता है और वे बनारस को पूरी दुनिया के आकर्षण का केंद्र बनाना चाहते हैं। श्री मोदी ने एक बार फिर ‘सबका साथ सबका विकास’ के मंत्र के साथ विकास की गारंटी का वादा दोहराया।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा, पूर्वांचल में औद्योगिक विकास की पूरी संभावनाएं हैं। इसलिए गुजरात से पूर्वी उत्तर प्रदेश तक गैस पाइपलाइन डाली जा रही है, रेल कनेक्टिविटी को विस्तार दिया जा रहा है, जो यहां की औद्योगिक विकास की संभावनाओं को नई रफ्तार देगा। प्रधानमंत्री ने कहा, पूर्वांचल में फर्टिलाइजर कारखाना, एम्स, ट्रॉमा सेंटर, कैंसर सेंटर जैसी योजनाएं पूर्वी भारत को ताकत देने वाली हैं।

श्री मोदी ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों में सामर्थ्य है और यहां के लोग परिश्रमी हैं। इसके अलावा यहां पर विपुल मात्रा में प्राकृतिक संपदा है, उपजाऊ भूमि है। श्री मोदी ने कहा, “यहां औद्योगिक विकास, टूरिज्म और कृषि एवं सेवा क्षेत्र के लिए पूरी संभावनाएं हैं।‘’

श्री मोदी ने कहा कि काशी के बुनकर भाई दुनिया में हस्तकरघा से बने उत्पादों के लिए दुनिया में एक नई मार्केट खड़ी कर सकते हैं। उन्होंने खास तौर पर मुद्रा योजना के तहत छोटे कामगारों को दी जा रही सहायता का भी जिक्र किया।

प्रधानमंत्री ने एक इतिहासकार मार्क टवीन के कथन को कोट करते हुए कहा कि, ‘’हमारा बनारस इतिहास से, परंपराओं, कहावतें और किंवदंतियों से भी पुराना है। एक जीवंत शहर अपने भीतर इतनी सदियों को संजोए हुए है। यह दुनिया का बेजोड़ नगर है।‘’

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बनारस के धार्मिक-सांस्कृतिक महत्व का जिक्र करते हुए कहा, ‘’ये सिर्फ शहर नहीं है, ये जीती जागती सांस्कृतिक विरासत है। बनारस एक असीम इच्छाशक्ति, सामर्थ्य से भरा हुआ और संस्कार धारा से पुलकित शहर है।‘’

श्री मोदी ने कहा कि ‘’किसी को मक्का जाने का मन करता है, किसी को रोम जाने का मन करता है, वैसे ही हिंदुस्तान के सवा सौ करोड़ लोगों को बनारस आने का मन करता है।‘’

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा, बनारस के सांसद होने के नाते वे बिजली के तारों को भूमिगत करने के लिए काम कर रहे हैं। तीन सौ किलोमीटर में से सौ किलोमीटर तारों को भूमिगत कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि रिंग रोड, वाराणसी-गोरखपुर रोड, वाराणसी-सुल्तानपुर रोड के लिए 11 हजार करोड़ रुपयों का आवंटन कर दिया गया है और ये योजनाएं जल्दी ही पूरी हो जाएंगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पर्यटन उद्योग बिना पूंजी का उद्योग है इसलिए वे इसे बढ़ावा देना चाहते हैं। श्री मोदी ने कहा कि गंगा घाट का काम हो, सफाई का काम हो, बिजली के तारों को अंडरग्राउंड करने का काम हो, ये सारी चीजें टूरिज्म को बढ़ावा देने वाली हैं। श्री मोदी ने कहा, “ टूरिज्म बढ़ने से गरीब से गरीब, फूल बेचने वाला, नाव वाला, बिस्किट बेचने वाला, प्रसाद बेचने वाला, गेस्ट हाउस चलाने वाला और चाय बेचने वाला भी कमाएगा।‘’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनका सपना है कि 2022 तक हर हिंदुस्तानी को मूलभूत सुविधाओं सहित अपना घर हो।

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