प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने दीव हवाई अड्डे पर एक सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमें दीव को दिव्य बनाना है। श्री मोदी ने नारा दिया, “हमारा दीव बने दिव्य।” उन्होंने दीव के लोगों से कहा कि इस मंत्र के साथ हम ये संकल्प ले सकते हैं कि आजादी के 75 साल पूरा होने पर 2022 तक हम प्रतिव्यक्ति आमदनी को दुगुना कर देंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि महिला दिवस पर इस बात पर खुशी जतायी कि दीव की जनसंख्य़ा में महिलाओं का अनुपात पुरुष से ज्यादा है। यहां अगर 1000 पुरुष हैं तो 1040 महिलाएं।
पीएम मोदी ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण पूरी दुनिया चिंतित है, बड़े-बड़े समिट हो रहे हैं। लेकिन, श्री मोदी ने कहा, “दीव दुनिया को संदेश देने की ताकत रखता है।” श्री मोदी ने कहा कि दीव में बिजली की खपत नौ मेगावाट है लेकिन इसी दीव ने दस मेगावाट से ज्यादा सूर्य ऊर्जा का उत्पादन कर मिसाल कायम की है।
प्रधानमंत्री ने खास तौर से इस बात का जिक्र किया कि दीव के लोगों ने उनके स्वागत में जो स्वच्छता अभियान चलाया, वो उन्हें याद रहेगा। श्री मोदी ने कहा,” मैं आपका बहुत आभार प्रकट करता हूं कि आपने स्वच्छता के अभियान को घर-घर गली-गली पहुंचाने के लिए जनभागीदारी से काम किया।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि दीव टूरिज्म के लिए उत्तम जगह है। अगर दीव में स्वच्छता को लेकर जीरो कॉम्प्रमाइज विकसित हो जाए, तो केवल सफाई देखकर इस छोटे से नगर में दुनिया के लोग आएंगे। टूरिज्म के लिए जो चाहिए, वो सबकुछ यहां है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा, “ भारत सरकार भी पूरी तरह दीव में टूरिज्म के विकास के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उसके कारण यहां के आर्थिक जीवन में बदलाव आएगा।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि गुजरात सरकार से हुए समझौते के मुताबिक मां नर्मदा का पानी दीव में घर-घर पहुंचने वाला है। उन्होंने कम पानी में गुजारा की परंपरा को आगे बढ़ाने की जरूरत भी बतलायी। श्री मोदी ने कहा कि यहां करीब-करीब हर घर में वर्षा का पानी जमा करने के लिए जमीन के अंदर टैंक रखने की परंपरा है। प्रधानमंत्री ने वाटर हार्वेस्टिंग का अभियान चलाने की भी अपील की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि छोटे-छोटे गरीब मछुआरों के लिए सरकार एक योजना लेकर आ रही है। इस योजना के तहत गरीब मछुआरों को आधुनिक नौकाएं दी जाएंगी, जिन्हें लेकर वे समुद्र के अंदर 12 नॉटिकल मील तक जाकर भी मछली पकड़ सकेंगे। इससे उनकी आमदनी बढ़ जाएगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नयी योजना के बाद मछुआरों को बिचौलियों से मुक्ति मिल जाएगी। योजना का फायदा नेता, व्यापारी, उद्योगपति नहीं ले पाएगा। इसका फायदा सिर्फ और सिर्फ मछलीमार ही ले पाएगा। उन्होंने मछुआरों को मुद्रा योजना के तहत एक करोड़ रुपये लोन लेकर समूह में काम करने का भी सुझाव दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दीव चाहे तो हिन्दुस्तान का पहली ऐसी इकाई बन सकता है जहां एक भी व्यक्ति बिना घर का नहीं होगा। श्री मोदी ने कहा, “ भारत सरकार पैसे देने के लिए तैयार है। प्रशासन इसको लागू करे, लेकिन बेईमानी नहीं होनी चाहिए। मेरा बेईमानी से झगड़ा है।”
Strengthening the hands of the poor is our priority. All our schemes are aimed towards that: PM
— narendramodi_in (@narendramodi_in) March 8, 2017
The poor of India wants an opportunity to work hard and show the skills he or she have been blessed with: PM @narendramodi
— narendramodi_in (@narendramodi_in) March 8, 2017
We want our youth to get jobs, women must be empowered: PM @narendramodi
— narendramodi_in (@narendramodi_in) March 8, 2017