प्रधानमंत्री ने कर्नाटक के तुमकुर जिले में एचएएल की नई हेलिकॉप्टर विनिर्माण इकाई का शिलान्यास किया
तुमकुर में एचएएल विनिर्माण इकाई साधारण इकाई नहीं है, यह संपूर्ण विश्व का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करेगी: प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के प्रसिद्ध नारे – “जय जवान, जय किसान” को याद किया
अब यह सुनिश्चित करने का समय आ गया है कि भारतीय सशस्त्र बलों के हथियार और उपकरण दुनिया में सर्वश्रेष्ठ हैं: पीएम मोदी
भारत को आयातित हथियारों पर निर्भरता खत्म करने की जरूरत: प्रधानमंत्री मोदी
केन्द्र सरकार रक्षा उपकरणों के घरेलू उत्पादन पर जोर दे रही है: प्रधानमंत्री मोदी
एचएएल कारखाने से लगभग 4000 परिवारों को प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से आजीविका मिलेगी: प्रधानमंत्री मोदी
डॉ बाबासाहेब अम्बेडकर ने हमेशा देश के औद्योगीकरण पर जोर दिया: प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज कर्नाटक के टुमकुर जिले में हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की नई हेलीकॉप्टर मैन्यूफैक्चरिंग इकाई के शिलान्यास के लिए पट्टिका का अनावरण किया।

इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि टुमकुर में स्थापित होने वाली विनिर्माण इकाई कोई साधारण इकाई नहीं होगी। यह एक ऐसी इकाई होगी, जो पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचेगी।

इस मौके पर उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री के जय, जवान, जय किसान नारे की याद दिलाई। उन्होंने कहा कि पिछले पचास साल के दौरान कृषि के क्षेत्र में काफी तरक्की हुई है और देश अब अनाज के मामले में आत्मनिर्भर है। भारतीय सेना में भी इतनी ही महत्वपूर्ण है और यहां भी हमें आत्मनिर्भर होना होगा। अब समय आ गया है कि हमारी सेना जो हथियार और उपकरण इस्तेमाल करे वे दुनिया में सर्वश्रेष्ठ हों। इसके लिए आयातित हथियार और युद्ध से जुड़े साजो-सामान पर भारत की निर्भरता खत्म करनी होगी। आयातित हथियार और उपकरण महंगे भी हैं और अत्याधुनिक तकनीक के भी नहीं हैं।

श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने रक्षा उपकरणों के विनिर्माण पर जोर देने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि टुमकुर में जिन हेलीकॉप्टरों का निर्माण होगा वो दूर-दराज के इलाकों में तैनात सैनिकों की सेवा में इस्तेमाल किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस इकाई में बना पहले हेलीकॉप्टर को 2018 तक सेवा में आ जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस फैक्टरी से 4000 परिवारों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तरीके से रोजगार मिलेगा। उन्होंने भारत में औद्योगीकरण के बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के विचारों को याद किया। उन्होंने कहा कि डॉ. आंबेडकर ने इसे गरीबों और दबे-कुचले के सशक्तिकरण का माध्यम माना था। उन्होंने कहा कि यह विनिर्माण इकाई उनके इस विचार की दिशा में एक कदम साबित होगी।

इस मौके पर कर्नाटक के राज्यपाल श्री वजूभाई वाला, कर्नाटक के मुख्यमंत्री श्री सिद्धरमैया, केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर पर्रिकर, श्री डी.वी. सदानंद गौड़ा, श्री अनंत कुमार और केंद्रीय राज्य मंत्री श्री जी.एम. सिद्धेश्वर भी मौजूद थे।

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