प्रधानमंत्री मोदी और श्रीलंका के राष्ट्रपति ने जाफना स्थित दुराईअप्पा स्टेडियम का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया
दुराईअप्पा स्टेडियम सिर्फ ईंट पत्थर का नहीं है बल्कि‍आर्थ‍िक विकास का प्रतीक है: प्रधानमंत्री मोदी
भारत का दृढ़ विश्वास है कि उसके आर्थिक विकास का लाभ उसके पड़ोसियों को भी हो: प्रधानमंत्री
दुराईअप्पा स्टेडियम हमारे सहयोग की भावना का प्रतीक है। श्रीलंका के विकास के लिए भारत का समर्थन हमारी दोस्ती का वादा है: प्रधानमंत्री मोदी

सुबह उदेशनक वेवा, आयुबोवन

पिछले साल जब मैं जाफना में था, तब लोगों से मिला प्यार और लगाव आज भी मेरे जेहन में ताजा है। दुराईअप्पा स्टेडियम सिर्फ ईंट पत्थर का नहीं है बल्कि‍आर्थ‍िक विकास का प्रतीक है। यह एक ऐतिहासिक दिन था क्योंकि किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की ये पहली जाफना यात्रा थी। आज एक और ऐतिहासिक दिन है। हम एक बार फिर से श्रीलंका के लोगों और जाफना के निवासियों के साथ भागीदारी की सराहना कर रहे हैं। आज फिर से राष्ट्रपति सिरीसेना के साथ हम पुनर्निर्मित दुराईअप्पा स्टेडियम को श्रीलंका के लोगों को समर्पित करते हैं। और इस अवसर पर मैं अकेला नहीं हूं, संचार के आधुनिक उपकरणों के माध्यम से भारत के 125 करोड़ लोग और श्रीलंका के लोग इस उत्सव में शामिल हो रहे हैं।

दोस्तों,

लगभग 20 साल के इंतजार के बाद आपकी वाहवाही और जयकार से एक बार फिर दुराईअप्पा स्टेडियम की आत्मा जागृत होगी। हम हजारों किलोमीटर दूर दिल्ली में भले ही बैठे हों, पर हम भी जाफना में जीवंतता और बदलाव के माहौल को महसूस कर सकते हैं। दुराईअप्पा स्टेडियम सिर्फ ईंट और पत्थर नहीं है बल्कि‍आर्थ‍िक विकास का प्रतीक है। जाफना के युवाओं के लिए एक समृद्ध और स्वस्थ भविष्य का भी क्षेत्र है। यह आपके हिंसा की विरासत को खत्म करने और आर्थिक प्रगति के रास्ते पर आगे बढ़ाने के दृढ़ संकल्प को दर्शाता है। इसकी नींव में आप लोगों के साहस और महान बलिदान हैं। इसका सफल समापन यह दर्शाता है कि आपने अतीत को पीछे छोड़ दिया है और एक समृद्ध भविष्य का वादा करने के लिए आगे की ओर देख रहे हैं।

महामहिम सिरीसेना,

मैं आपके दूरदर्शी नेतृत्व और प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे, राज्यपाल और उत्तरी प्रांत के मुख्यमंत्री को इस परियोजना की सफलता सुनिश्चित करने में योगदान पर सलाम करता हूं।

दोस्तों,

हमारे संबंध हमारी दोनों सरकारों के दायरे तक ही सीमित नहीं हैं। वे हमारे इतिहास, संस्कृति, भाषा, कला और भूगोल की समृद्धता में भी निहित हैं। भारत दृढ़ता से इस बात में विश्वास करता है कि हमारे आर्थिक विकास से उसके पड़ोसी देशों को भी लाभ हो। दुराईअप्पा स्टेडियम हमारे सहयोग की भावना का प्रतीक हैं। दरअसल श्रीलंका के विकास के लिए भारत का समर्थन हमारी दोस्ती का वादा है। और यह आपकी प्राथमिकताओं और आवश्यकताओं के आधार पर निर्भर होगा कि आप हम पर कितना भरोसा कर सकते हैं। यही हमारे स्थायी संबंधों को वर्तमान के लिए प्रासंगिक बनाता है, और साथ ही भविष्य के लिए भी।

दोस्तों,

भारत की इच्छा एक आर्थिक रूप से समृद्ध श्रीलंका देखने की है। एक ऐसा श्रीलंका जहां एकता और अखंडता, शांति, सद्भाव और सुरक्षा तथा समान अवसर और गरिमा हो। जिसकी अपने देश के लोगों के बीच भी महत्ता हो।

महामहिम सिरीसेना और दोस्तों,

अभी से करीब 72 घंटे बाद 21 जून को पूरा विश्व अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की दूसरी सालगिरह का जश्न मना रहा होगा। श्रीलंका 2014 में इस विषय पर संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के पहले समर्थकों में से एक रहा था। और आज हम जाफना के इसी दुराईअप्पा स्टेडियम से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरूआत का जश्न मना रहे हैं। 'सूर्य नमस्कार', जिसे बस थोड़ी देर पहले हमने प्रदर्शित किया, उसने दुनिया को समग्र स्वास्थ्य, समरसता और प्रकृति के साथ सामंजस्य का संदेश भेजा है। इससे और अच्छा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर उपहार नहीं हो सकता।

महामहिम राष्ट्रपति सिरीसेना,

मैं एक बार फिर से आपके यहां उपस्थित वर्तमान नेतृत्व और जाफना के प्यारे लोगों को धन्यवाद देता हूं। दुराईअप्पा स्टेडियम के रूप में हमारे स्थायी दोस्ती का एक और प्रतीक खड़ा होगा। भारत श्रीलंका के विकास और समृद्धि में कंधे से कंधा मिलाकर चलेगा।

मैं एक बार फिर से भारत के 125 करोड़ लोगों की ओर से श्रीलंका के लोगों को बधाई देता हूं।

बोहोमा स्तुति, मीका नंदरी

आपका बहुत-बहुत धन्यवाद