प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज ब्रिटेन के प्रधानमंत्री श्री डेविड कैमरून को लकड़ी, संगमरमर और चांदी से बनी दस्तकारी वाले दो पुस्तक अवलंब (बुक एंड) भेंट किए।
इन दोनों पुस्तक अवलंबों के बीच चांदी की एक घंटी लगी है जो आंतरिक मेघा तथा शुभ संकेत का प्रतीक है। इस पर श्रीमद्भग्वदगीता का श्लोक अंकित है।
इसका अंग्रेजी अर्थ भी अंदर की तरफ लिखा हुआ है। यह श्रीमद्भग्वदगीता के अध्याय 13 के श्लोक 15-16 से संबंधित है। दोनों घंटियों में एक-एक श्लोक खुदे हुए हैं-
Without all beings, yet within; immovable yet moving; so subtle that it cannot be perceived; so far yet so near It is. (Verse 15)
It is indivisible yet appears divided in all beings. Know it to be the creator, the preserver and the destroyer. (Verse 16)
इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री कैमरून की रुचि को देखते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें प्रथम विश्व युद्ध पर लिखी रॉबर्ट ग्रेव की पुस्तक “गुड बाय टू ऑल दैट” तथा डेविड ओमिसी की पुस्तक “इंडियन वॉइसेस ऑफ दी ग्रेट वॉर” भी भेंट की।
ब्रिटेन की प्रथम महिला को प्रधानमंत्री ने केरल की अनोखी दस्तकारी वाला अरनमूला धातु दर्पण और कुछ पशमिना शॉल भेंट कीं।