प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने मंगोलिया के राष्‍ट्रपति सखियागिन एल्बेगदोर्ज को मंगोलो के इतिहास पर रामपुर रजा पुस्‍तकालय, रामपुर की 13वीं सदी की एक दुर्लभ पांडुलिपि की विशेष रूप से पु‍ननिर्मित प्रतिकृति उपहारस्‍वरूप दी है। जमीउत तवारीख नामक यह कृति इलखेनेट राजा गाजन खान (1295-1304) द्वारा शुरू की गई सबसे भव्‍य परियोजनाओं में थी, जिसे राजा के वजीर रशीउद्दीन फजलुल्‍लाह हमेदानी द्वारा सम्‍पन्‍न किया गया था, जिन्‍होंने इसे फारसी में लिखी थी और ओलजेत्‍जु (1304-1316) में शासनकाल तक के इतिहास को कालक्रम से अभिलेखित किया था। इस कृति के कार्य क्षेत्र व्‍याप्ति के विस्‍तार के कारण अक्‍सर इसे विश्‍व का प्रथम इतिहास कहा जाता है। यह पांडुलिपि कृति के अंक-1 का एक हिस्‍सा है और इसकी किसी अन्‍य प्रति के अस्तित्‍व में होने की कोई जानकारी नहीं है।