प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कई राज्‍यों द्वारा स्‍कूली पाठ्य पुस्‍तकों में उनके बारे में एक अध्‍याय शामिल करने के विचार को विनम्रतापूर्वक मना कर दिया है। श्री मोदी का कहना है कि उन महान व्‍यक्तित्‍वों को स्‍कूली पाठ्यक्रम में शामिल जाये जिन्‍होंने आज के भारत के निर्माण में अहम योगदान किया है।

अपने यथार्थवादी नजरिये को सही ठहराते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका दृढ़ विश्‍वास है कि जीवित व्‍यक्ति के जीवन की कहानी को स्‍कूली पाठ्यक्रम में शामिल नहीं किया जाना चाहिए।

श्री मोदी ने कहा कि युवाओं को महान लोगों के बारे में पढ़ना चाहिए जिन्‍होंने हमारे देश को बनाया है और उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए।

श्री मोदी ने ट्वीट किया: 

• मैं खबरों में पढ़ रहा हूं कि कुछ राज्‍य नरेन्‍द्र मोदी के जीवन संघर्ष की कहानी को स्‍कूली पाठ्यक्रम में शामिल करना चाहते हैं। • मेरा मानना है कि जीवित व्‍यक्तियों के जीवन की कहानी स्‍कूली पाठ्यक्रम में शामिल नहीं होनी चाहिए। • भारत का समृद्ध इतिहास है और कई ऐसे महान व्‍यक्तित्‍व हैं जिन्‍होंने आज के भारत को बनाया है। युवाओं को इन महान लोगों के बारे में पढ़ना चाहिए और उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए।