प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को प्रमुख बुनियादी ढांचा क्षेत्र में प्रगति की समीक्षा की। नीति आयोग द्वारा तैयार प्रस्तुति के दौरान पाया गया कि अक्षय ऊर्जा और रेलवे सहित कई प्रमुख क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति हुई है।
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में एकीकृत स्थापित क्षमता 44 गीगावॉट को पार कर चुकी है। केंद्र एवं राज्य की नीतियों के तहत विभिन्न परियोजनाओं और विभिन्न घटकों के लिए लक्ष्य पूरे कर लिए गए हैं। प्रधानमंत्री को सौर ऊर्जा उत्पादन में और सुधार लाने के लिए रणनीतियों और योजनाओं के बारे में बताया गया जिसमें छतों पर सौर-उर्जा उत्पादन भी शामिल है।
विमानन क्षेत्र में प्रधानमंत्री ने सुरक्षा और कनेक्टिविटी जैसे प्रमुख नीतिगत क्षेत्रों में हुई प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान पाया गया कि आठ भारतीय हवाई अड्डों को उनकी संबंधित श्रेणियों में वैश्विक स्तर पर शीर्ष 5 की सूची में शामिल किया गया है। प्रधानमंत्री को क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा देने और हवाई अड्डों पर ग्राहक संतुष्टि सूचकांक में और सुधार के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में भी बताया गया।
भारतीय रेल ने 2.25 करोड़ यात्रियों की दैनिक आवाजाही का लक्ष्य हासिल कर लिया है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान 240 मानवरहित क्रासिंग्स को हटाया गया। बिजली क्षेत्र में इस दौरान 3.5 करोड़ एलईडी बल्ब वितरित किए गए।
बंदरगाह क्षेत्र में जहाजों के पुनरुद्धार के औसत समय में उल्लेखनीय प्रगति हुई है।
ग्रामीण आवास क्षेत्र में चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान 6.94 लाख ग्रामीण आवास तैयार किए गए जबकि इस दौरान 6 लाख आवास तैयार करने का लक्ष्य रखा गया था।
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस क्षेत्र में प्रगति की समीक्षा के दौरान प्रधानमंत्री ने पेट्रोल के इथेनॉल ब्लेंडिंग में सुधार के लिए उठाए गए कदमों के बारे में जानना चाहा। उन्हें बताया गया कि वित्त वर्ष 2016 में 15 करोड़ से अधिक परिवारों को एलपीजी के लिए प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के तहत कवर किया गया।
बैठक में पीएमओ, नीति आयोग और बुनियादी ढांचा क्षेत्र के विभिन्न मंत्रालयों के शीर्ष अधिकारियों ने भाग लिया।