प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज विभिन्न शहरी विकास कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा की। इनमें 500 नगरों में फैले मूलभूत भौतिक बुनियादी ढांचे में रिक्तियों पर ध्यान देना और स्मार्ट सिटी पहलों के संचालन के लिए कदम शामिल हैं।
इस बात को रेखांकित करते हुए कि शहर और नगर के आर्थिक विकास के मुख्य वाहकों के रूप में उभर रहे हैं, प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि एक नगर का आर्थिक विकास मॉडल इसके स्मार्ट सिटी विजन का एक अंतरंग हिस्सा होना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि 2019 तक के अगले कुछ वर्षों को 'शहरी थीम वर्षों' के एक अलग विषय-वस्तु या शहरी विकास के एक पहलु पर हर वर्ष ध्यान दिए जाने के साथ मनाया जाना चाहिए। उन्होंने शहरी प्रशासन और शहरी योजना निर्माण में क्षमता निर्माण की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने स्मार्ट शहरों के लिए सर्वश्रेष्ठ विचार पैदा करने के लिए शहरों एवं नगरों में विशेषकर युवाओं के बीच विचार-विमर्शों की शुरूआत करने की अपील की। उन्होंने 'बच्चों के लिए मैत्रीपूर्ण' नगरों के निर्माण पर विशेष ध्यान देने की अपील की।
श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि ग्रीन सिटी, शून्य अपव्यय, ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क, गैस ग्रिड एवं चलंत प्रशासन जैसी धारणाओं और विषय वस्तुओं को स्मार्ट सिटी विचार का एक हिस्सा होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि एक नगर संग्रहालय को प्रत्येक स्मार्ट सिटी का एक अंतरंग हिस्सा होना चाहिए।
शहरी विकास मंत्री श्री वैंकेया नायडू और प्रधानमंत्री कार्यालय तथा वित्त और शहरी विकास मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी भी इस मौके पर उपस्थित थे।