प्रधानमंत्री ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की
प्रधानमंत्री ने गांधी जयंती के अवसर पर आज सुबह राजघाट का दौरा किया और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया -"पूज्य बापू को शत् शत् नमन । लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर मेरा प्रणाम ।"
झारखंड में प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज खूंटी, झारखंड में जिला न्यायालय के लिए एक 180 किलोवाट क्षमता के छत आधारित सौर ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन किया। आदिवासी महिलाओं की बड़ी संख्या वाली एक सभा को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि गांधी जयंती के अवसर पर इस सौर ऊर्जा परियोजना का उद्घाटन किया जाना काफी उपयुक्त था। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने अपने विचार और कर्म के माध्यम से हमेशा साबित किया कि प्रकृति के साथ सद्भाव में कैसे रहा जा सकता है।
प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र की अपनी हाल की यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि वहां उपस्थित सभी नेताओं ने ग्लोबल वार्मिंग और इससे मानव जाति के लिए उत्पन्न खतरे पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि भारत इस बात के लिए जिम्मेदार नहीं है और हमारे पूर्वजों ने प्रकृति को नुकसान पहुँचाने के लिए हमें कभी नहीं सिखाया। हालांकि, प्रधानमंत्री ने कहा कि इस संकट से मानवता को बचाने में भारत अपना योगदान देता रहेगा।
उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा का उपयोग करना ऐसा करने का एक रास्ता है। प्रधानमंत्री ने उल्लेख किया कि सौर ऊर्जा के माध्यम से कार्य करने की एक जिला अदालत की यह पहल महत्वपूर्ण है हालांकि झारखंड कोयला भंडार के मामले में बहुत समृद्ध राज्य है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे मामले भी थे जहां बिजली की अनुपलब्धता के चलते अदालतों में न्याय की व्यवस्था बाधित हुई। उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा संचालित अदालत परिसर की इस पहल ने यह सुनिश्चित करने के लिए कि ऐसी स्थिति न उठानी पड़े, एक रास्ता दिखाया है। प्रधानमंत्री ने लोगों को ऊर्जा संरक्षण के लिए और अपने बिजली के बिल को कम करने के लिए एलईडी लैंप का उपयोग करने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री को उनके जन्मदिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि देश ने हाल ही में 1965 में भारत-पाक युद्ध में भारत की जीत की स्वर्ण जयंती मनाई। देश को यह जीत प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री के कार्यकाल में मिली थी। उन्होंने अपनी हालिया ताशकन्द यात्रा को याद किया जहां उन्होंने श्री लाल बहादुर शास्त्री की एक प्रतिमा का अनावरण किया।
प्रधानमंत्री ने दुमका में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत एक मेगा क्रेडिट कैंप का उद्घाटन किया और 5 लाभार्थियों को ऋण दस्तावेज और मुद्रा कार्ड प्रदान किए। उन्होंने खूंटी और दुमका, दोनों जगहों पर लोगों की भारी भीड़ पर खुशी जाहिर की है और कहा कि इससे पता चलता है कि झारखंड के लोग विकास के लिए कितने उत्सुक हैं। प्रधानमंत्री ने कारोबार करने में आसानी के लिए राज्य की गई उस उल्लेखनीय प्रगति के लिए राज्य सरकार और झारखंड के लोगों को बधाई दी जो हाल ही में विश्व बैंक की एक रिपोर्ट में परिलक्षित हुई है।
प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि 42 लाख लोगों को अब तक प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत ऋण दिया गया है और कुल 26000 करोड़ रुपये वितरित किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि इससे छोटे उद्यमियों को अपना कारोबार का विस्तार करने में मदद मिलेगी और उन्हें साहूकारों के चंगुल से मुक्ति मिलेगी। उन्होने बताया कि लाभार्थियों में 20 लाख महिलाएं शामिल हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गिव इट अप अभियान के तहत 31 लाख लोगों ने अब तक उनकी एलपीजी सब्सिडी त्याग दी है। 3 बीपीएल परिवारों को नए रसोई गैस कनेक्शन सौंपते हुए प्रधानमंत्री ने उन सभी को धन्यवाद दिया जिन्होंने एलपीजी सब्सिडी छोड़ी थी ताकि यह उन गरीबों तो दी जा सके, जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है। इस मौके पर गरीबी रेखा से नीचे के 5 हजार घरों को एलपीजी कनेक्शन दिया गया।
प्रधानमंत्री ने दुमका जिले में ऐतिहासिक मलूटी मंदिर परिसर के विकास एवं संरक्षण के लिए एक परियोजना की ऑनलाइन शुरूआत की।
सफाईगिरी शिखर सम्मेलन और पुरस्कार 2015
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि स्वच्छ भारत के दृष्टिकोण का पालन करने के लिए महात्मा गांधी से बड़ा प्रेरणा स्रोत कोई नहीं हो सकता। नई दिल्ली में इंडिया टुडे समूह की ओर से आयोजित सफाईगिरी शिखर सम्मेलन और पुरस्कार समारोह 2015 में प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले एक साल में बहुत से लोगों ने इस दृष्टिकोण में अपना योगदान दिया है। प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से इस संबंध में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया द्वारा निभाई गई सकारात्मक और सक्रिय भूमिका पर प्रकाश डाला।
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वच्छता एक आदत है। एक बार अगर यह आदत पड़ जाए तो कोई भी इसकी इच्छा को टाल नहीं सकता। उन्होंने कहा कि यद्धपि भारत निजी सफाई के मामले में बहुत ही सतर्क समाज रहा है लेकिन सामाजिक सफाई को दरकिनार किया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इसे ठीक किए जाने की जरूरत है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में अस्वच्छ अवस्थाओं के चलते हर रोज करीब 1000 बच्चे मरते हैं। उन्होने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान को सिर्फ एक सरकारी कार्यक्रम के तौर नहीं देखा जाना चाहिए बल्कि यह हर एक का कार्यक्रम है। उन्होने कहा कि यदि 125 करोड़ लोग तय कर लें कि भारत को स्वच्छ रखना है तो ऐसा हो ही नहीं सकता कि ऐसा न किया जा सके।
प्रधानमंत्री ने पुरस्कार विजेताओं के प्रयास को सराहा और कहा कि वे अन्य लोगों के लिए प्रेरणा का काम करेंगे। उन्होंने, विशेष रूप से युवाओं के कई अन्य उदाहरण भी दिए जिन्होंने पिछले एक साल में स्वच्छ भारत में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।