प्रधानमंत्री मोदी ने इंप्रिंट इंडिया विवरणिका का विमोचन किया
इंप्रिंट इंडिया: आईआईटी और आईआईएससी ने 10 प्रौद्योगिकी डोमेन में इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी की चुनौतियों के हल के लिए रोडमैप विकसित किया
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र की प्रगति के लिए नवाचार और प्रौद्योगिकी के महत्व पर जोर दिया
उच्च शैक्षिक संस्थानों को शिक्षा में नवाचार को महत्व देना चाहिए: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
ग्लोबल वार्मिंग व अपशिष्ट मूल्यन आदि चुनौतियों का समाधान निकालना भारत के विकास के लिए महत्वपूर्ण: प्रधानमंत्री मोदी
विज्ञान सार्वभौमिक है लेकिन तकनीक स्थानीय होनी चाहिए: प्रधानमंत्री मोदी
हमारे राष्ट्रपति चलते-फिरते विश्वविद्यालय, वे ज्ञान के सागर हैं: प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज राष्ट्रपति भवन में कुलाध्यक्ष सम्मेलन (विजिटर्स कांफ्रेंस) में ‘इम्प्रिंट इंडिया’ विवरणिका जारी की। यह भारत के लिए प्रासंगिक दस प्रौद्योगिकी क्षेत्रों की प्रमुख अभियांत्रिकी और प्रौद्योगिकी संबंधी चुनौतियों से निपटने की योजना तैयार करने के लिए समस्‍त आईआईटी संस्‍थानों एवं आईआईएससी की संयुक्‍त पहल है।

इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने राष्ट्र की प्रगति और विकास के लिए नवाचार और प्रौद्योगिकी के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा संस्थानों को सीखने के लिए नवाचार को प्रमुखता देनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग जैसी चुनौतियों का समाधान खोजना और बर्बादी को धन में परिवर्तित करना, भारत के उभरने की कुंजी है। उन्होंने उच्च शिक्षा संस्थानों से रक्षा विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘विज्ञान सार्वभौमिक है लेकिन तकनीक स्थानीय होनी चाहिए।’ उन्होंने शिक्षा एवं उद्योग जगत की भागीदारी बढ़ाने का भी आह्वान किया।

प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति की प्रशंसा करते हुए उन्हें ज्ञान का सागर बताया और उच्च शिक्षा की दिशा में उनके प्रयासों की सराहना की।

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