प्रधानमंत्री मोदी ने देश और लोगों के कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले एनसीसी कैडेट्स से मुलाकात की
इस वर्ष हम डॉ बाबासाहेब आंबेडकर की 125वीं जयंती मना रहे हैं। वे एक ‘महापुरुष’ थे जिन्होंने हमें हमारा संविधान दिया: पीएम मोदी
डॉ आंबेडकर के जीवन में कई बाधाएं थीं लेकिन उनमें दुर्भावना या बदले का भाव नहीं था: प्रधानमंत्री मोदी
एनसीसी एक ऐसा संस्थान है जो देशभर के युवाओं को आपस में जोड़ता है और देश में एकता की भावना को मज़बूत करने में योगदान देता है: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एनसीसी कैडेटों से अपना जीवन राष्‍ट्र और इसके लोगों के कल्‍याण के लिए स‍मर्पित करने का आह्वान किया। एनसीसी रैली के अवसर पर पूरे देश से आए कैडेटों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने एनसीसी कैडेटों से यह अनुरोध किया कि गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर दिल्‍ली में पिछले एक महीने के अपने प्रवास के दौरान उन्‍होंने जो अच्‍छाइयां अनुभव की हैं, वे उन्‍हें आत्‍मसात करें और जब वे वापस अपने-अपने शहरों और गांवों में जाएं, तो स्‍वच्‍छता और देशभक्ति जैसे मूल्‍यों का प्रचार भी करें। उन्‍होंने कहा कि एनसीसी एक ऐसा संस्‍थान है, जो पूरे देश के युवाओं को आपस में जोड़ता है, इसलिए यह देश में एकता की भावना को मजबूत करने में योगदान देता है।

प्रधानमंत्री ने यह उल्‍लेख किया कि इस बार का गणतंत्र दिवस भारतीय संविधान के वास्‍तुकार बाबा साहेब अम्‍बेडकर की 125वीं जयंती को समर्पित है। उन्‍होंने कहा कि अपने पूरे जीवन के दौरान बाबा साहेब अम्‍बेडकर ने अनेक विपरीत परिस्थितियों और परेशानियों का सामना किया, जिनके कारण ही वे इतने सक्षम बनें कि संविधान रूपी अमृत का उत्‍पादन करने में सफल रहे, जो इतने दशकों के बाद भी हमें कंधे से कंधा मिलाकर चलने में सहायता प्रदान कर रहा है।

 

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