प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि 'ज्ञान' ('इल्म') हर धर्म का केन्द्र बिन्दु है। आज 'एजुकेशन ऑफ मुस्लिम्सः एन इस्लामिक पर्सपेक्टिव ऑफ नॉलेज एंड एजुकेशन-इंडियन कॉन्टेक्स्ट' पुस्तक के विमोचन के अवसर पर प्रतिष्ठित विद्वानों, इतिहासकारों और राजनयिक प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि शिक्षा पूरे सार्क क्षेत्र की शक्ति बन सकती है। उन्होंने कहा कि यदि क्षेत्र आधुनिकता को नहीं अपनाएगा तो वह पूरे विश्व की प्रगति के मामले में पिछड़ जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह भारतवासियों के लिए सौभाग्य की बात है कि उन्हें एक ही स्थान पर विभिन्न धर्मों और विचारों को समझने, सीखने और उनका अनुसरण करने का अवसर प्राप्त है।
श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज भारत पोलियो जैसे रोग से मुक्त हो चुका है और भारत पूरे सार्क क्षेत्र से इस रोग को जड़ मूल से समाप्त करने की जिम्मेदारी उठाने के लिए तैयार है। इस संदर्भ में उन्होंने भारत के सार्क उपग्रह का उल्लेख करते हुए कहा कि यह उपग्रह पूरे सार्क क्षेत्र के लिए लाभकरी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस पुस्तक से हमें 'एक दूसरे को समझने' के प्रयासों में मदद मिलेगी। इसके तहत हम विभिन्न विचारों को समझने में सफल होंगे। उन्होंने पुस्तक के संपादक श्री जे.एस. राजपूत को बधाई दी। उन्होंने पुस्तक की भूमिका लिखने वाले लेखक श्री सिराजुद्दीन कुरैशी को भी बधाई दी।