प्रधानमंत्री मोदी ने आज इंडिया टूडे के सफाईगिरि सम्मेलन और पुरस्कार समारोह 2015 में भाग लिया #स्वच्छभारत
स्वच्छ भारत के लक्ष्य को पूरा करने के लिए महात्मा गांधी से बड़ी प्रेरणा और क्या हो सकती है: प्रधानमंत्री #स्वच्छभारत
स्वच्छता एक आदत है, एक बार इसे जिसने अपना लिया, वो फ़िर कभी अस्वच्छ वातावरण को बर्दाश्त नहीं करेगा: प्रधानमंत्री #सफाईगिरि
हर किसी को सामाजिक स्वच्छता के बारे में जागरूक होने की जरूरत: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी #स्वच्छभारत
स्वच्छ भारत महज एक सरकारी कार्यक्रम नहीं है। इसे हमें ‘अपना’ कार्यक्रम बनाना होगा: प्रधानमंत्री #स्वच्छभारत 
अगर 125 करोड़ लोग एकजुट होकर भारत को स्वच्छ बनाने का निश्चय कर लें तो इसे सुनिश्चित किया जा सकता है: प्रधानमंत्री मोदी #स्वच्छभारत
स्वच्छ भारत के लिए काम करने की ऊर्जा मुझे युवाओं से मिली है: प्रधानमंत्री मोदी #स्वच्छभारत #सफाईगिरि
हमें अपने देश को गंदा करने का कोई अधिकार नहीं है: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी #स्वच्छभारत #सफाईगिरि

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि महात्मा गांधी से स्वच्छ भारत के सपने को आगे बढ़ाने से बड़ी प्रेरणा कुछ और नहीं हो सकती। उन्होंने अपने यह विचार इंडिया टूडे समूह द्वारा आयोजित ‘सफाईगिरी सम्मेलन व पुरस्कार 2015’ के अवसर पर व्यक्त किए। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले एक साल में इस सपने को पूरा करने में बहुत से लोगों ने योगदान दिया है। प्रधानमंत्री ने विशेष तौर से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के सकारात्मक व सक्रिय भूमिका पर जोर दिया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वच्छता या सफाई आदत की बात है। एक बार यह आदत लग जाए तो फिर कोई भी व्यक्ति गंदगी भरा माहौल बर्दाश्त नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि हालांकि भारत व्यक्तिगत सफाई को लेकर सतर्क समाज है लेकिन यहां सामाजिक सफाई को नजरअंदाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमें इसे सुधारने की जरूरत है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में अस्वच्छ परिस्थितियों की वजह से प्रतिदिन 1000 से ज्यादा बच्चों की मौत हो जाती है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत को केवल एक सरकारी कार्यक्रम की तरह नहीं देखना चाहिए। यह सबका कार्यक्रम है। यदि 125 करोड़ लोग अगर ठान लें कि भारत को साफ होना चाहिए, तो यह हो जाएगा।

प्रधानमंत्री ने पुरस्कार पाने वाले लोगों के प्रयासों की प्रशंसा की और कहा कि उनके काम से दूसरों को प्रेरणा मिली है। उन्होंने अन्य कई लोगों, खासतौर से युवाओं का उदाहरण दिया जिन्होंने पिछले एक साल में स्वच्छ भारत अभियान में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।