प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि विदेशों से काले धन की वसूली मेरे लिए विश्वास और एक प्रतिबद्धता का विषय है। ऑल इंडिया रेडियो पर आज दूसरी बार मन की बात कार्यक्रम में नागरिकों के साथ अपने विचार साझा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें यकीन है कि देशवासियों ने काले धन के मामले में उनपर भरोसा किया। अभी भी उनकी इच्छा अपना यह उद्देश्य दोहराने की है कि भारत से जो धन अवैध रूप से विदेश गया है, उसे वापस आना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में यह स्वाभाविक है कि इस मुद्दे से निपटने के बारे में अलग-अलग मत हो सकते हैं लेकिन मैं वर्तमान में उपलब्ध जानकारी के आधार पर जनता को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सरकार सही रास्ते पर है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि किसी ने यह कल्पना भी नहीं की थी कि स्वच्छता अभियान जन आंदोलन बन जाएगा। उन्होंने कहा कि अच्छे परिणाम पहले से ही दिखाई दे रहे हैं। इस मामले के दो पहलू हैं- पहला मौजूदा गंदगी को कैसे हटाया जा सकता है और दूसरा उतना ही महत्वपूर्ण पहलू यह है कि अब लोग जोश के साथ यह कहते हैं कि वो कुछ ऐसा कार्य नहीं करेंगे जिससे गंदगी फैले। प्रधानमंत्री ने कहा कि बच्चे भी अब सफाई के बारे में जागरूक हैं।
श्री नरेन्द्र मोदी ने इस बात पर संतोष जाहिर किया कि जीवन के सभी क्षेत्रों से जो लोग उनसे मिलने आते हैं उनमें सरकारी अधिकारी, खिलाड़ी, फिल्म जगत के लोग, व्यापारी और वैज्ञानिक शामिल हैं। ये सभी सामाजिक मुद्दों की जिम्मदारी लेने के बारे में बात करते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि वे इसे एक बड़े बदलाव के रूप में देखते हैं।
प्रधानमंत्री ने विकलांग बच्चों के लिए दो नवीन योजनाएं लाने के लिए मानव संसाधन मंत्रालय के अधिकारियों की प्रशंसा की। पहली योजना विशेष रूप से विकलांग बच्चों को तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने के लिए 1000 छात्रवृत्तियां देने और दूसरी ऐसे बच्चों के लिए उचित बुनियादी सुविधाएं सृजित करने के लिए सभी केंद्रीय विद्यालयों और केंद्रीय विश्वविद्यालयों को एक-एक लाख रूपये का अनुदान देने के बारे में है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले रेडियो संबोधन के दौरान उन्होंने लोगों को घर में एक खादी परिधान रखने का सुझाव दिया था। उन्होंने इस बात पर खुशी जाहिर की कि इस संबोधन के बाद से खादी की बिक्री दोगुनी से भी अधिक हो गयी है।
प्रधानमंत्री ने दीवाली के दिन सियाचिन की यात्रा और वहां सैनिकों के साथ अपनी बातचीत का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि वह वहां इसलिए गए क्योंकि हम उन्हीं के कारण दीवाली मना सके हैं। उन्होंने अभी हाल में कैम्ब्रियन पेट्रोल प्रतियोगिता जीतने वाले सैनिकों को बधाई दी। इस प्रतियोगिता में 140 देशों की सेनाओं ने भाग लिया था। प्रधानमंत्री ने युवा पीढ़ी में नशीले पदार्थों के सेवन के खतरे से निपटने के लिए लोगों से सुझाव भी आमंत्रित किए। उन्होंने कहा कि वह अगले रेडियों संबोधन में इस विषय पर बातचीत करेंगे।
श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि सक्रिय नागरिक विकास की सबसे बड़ी ताकत है। प्रधानमंत्री ने इंटरनेट की मदद बिना ही उनसे सम्पर्क करने के लिए लोगों को उन्हें इस पते पर लिखने के लिए आमंत्रित किया :
मन की बात,
आकाशवाणी,
संसद मार्ग, नई दिल्ली