पीएम मोदी करेंगे वियतनाम का दौरा, पीएम Nguyen Xuan Phuc से भी करेंगे द्विपक्षीय वार्ता
पीएम नरेन्द्र मोदी वियतनाम के राष्ट्रपति समेत अन्य गणमान्य नेताओं से भी करेंगे मुलाकात
पीएम मोदी Ho Chi Minh को देंगे श्रद्धांजलि व शहीदों व राष्ट्रीय हीरो की स्मारक के ऊपर भी पुष्पांजलि करेंगे अर्पित
पीएम मोदी वियतनाम में करेंगे Quan Su Pagoda का दौरा

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी 2 से 3 सितंबर के दौरान वियतनाम का दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री 3 से 5 सितंबर के दौरान चीन के हांग्जो में आयोजित जी -20 नेताओं के वार्षिक शिखर सम्मेलन में भी शिरकत करेंगे।

फेसबुक पर सिलसिलेवार किए गए पोस्ट में प्रधानमंत्री ने कहा, “राष्ट्रीय दिवस के मौके पर वियतनाम के लोगों को बधाई। वियतनाम एक मित्र राष्ट्र है जिनके साथ हमें अपने रिश्ते को संजोना है। आज शाम, मैं वियतनाम के हनोई पहुंच रहा हूं।

यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण यात्रा की शुरुआत है जिससे दोनों देशों भारत व वियतनाम के बीच रिश्ते पस्पर मजबूत होंगे। मेरी सरकार वियतनाम के साथ अपने द्विपक्षीय संबंधों को उच्च प्राथमिकता देती है।

भारत-वियतनाम की साझेदारी से एशिया और बाकी पूरी दुनिया को लाभ मिलेगा। यात्रा के दौरान मेरे और वियतनाम के प्रधानमंत्री श्री गुयेन जुआन फुक के बीच व्यापक विचार-विमर्श होंगे। इस दौरान हम अपने द्विपक्षीय संबंधों को लेकर व्यापक रूप से समीक्षा करेंगे।

मैं वियतनाम के राष्ट्रपति श्री ट्रान डाई क्वांग, वियतनाम की कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव श्री गुयेन फू त्रांग; वियतनाम की नेशनल असेंबली की अध्यक्ष सुश्री गुयेन थी किम न्गान से भी मुलाकात करूंगा।

हम वियतनाम के साथ एक मजबूत आर्थिक संबंध बनाना चाहते हैं ताकि हमारे नागरिकों को इसका लाभ मिले। वियतनाम यात्रा के दौरान मेरा प्रयास होगा कि लोगों के बीच संबंध प्रगाढ़ हों।

वियतनाम में, वहां के 20 शताब्दी के सबसे बड़े नेता हो ची मिन्ह को श्रद्धांजलि अर्पित करने का मौका मिलेगा। मैं क्वान सू पगोडा का दौरा करने के साथ ही वहां के राष्ट्रीय नायकों और शहीदों के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करूंगा।

मैं 3 से 5 सितंबर के दौरान चीन के हांग्जो में आयोजित जी -20 नेताओं के वार्षिक शिखर सम्मेलन में भी शिरकत करूंगा। मैं वियतनाम से हांग्जो जाऊंगा।

जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान, मुझे अंतरराष्ट्रीय नेताओं से मिलने का मौका मिलेगा। इस दौरान मैं अंतरराष्ट्रीय प्राथमिकताओं और चुनौतियों पर बातचीत करूंगा। हम वैश्विक अर्थव्यवस्था को सतत विकास की पटरी लाने और सामाजिक, सुरक्षा और उभरती आर्थिक चुनौतियों को लेकर चर्चा करेंगे।

भारत पहले से ही एक मजबूत और समावेशी अंतरराष्ट्रीय आर्थिक व्यवस्था विकसित करने की दिशा में काम कर रहा है ताकि दुनिया भर में लोगों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति का उत्थान किया जा सके। हम इसी एजेंडा की दिशा में काम करेंगे जिसकी सभी विकासशील देशों की जरूरत है।

मैं एक उत्पादक और परिणाम उन्मुख शिखर सम्मेलन के लिए तत्पर हूं।”