प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरू स्थित नैनो सांइस इंजीनियरिंग केन्द्र राष्ट्र को समर्पित किया।
प्रधानमंत्री ने बाद में भारतीय विज्ञान संस्थान को देखा, जिसे भारत में माइक्रो और नैनो-टेक प्रयोगशालाओं का सबसे अत्याधुनिक और व्यापक समूह माना जाता है। इस केन्द्र को नैनो इलेक्ट्रॉनिक्स और नैनो टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अनुसंधान और प्रौद्योगिकी प्रदान करने के लिए तैयार किया गया है, जो इलेक्ट्रानिक्स के क्षेत्र में ‘मेक इन इंडिया’ की प्रमुख पहल है
प्रधानमंत्री ने संस्थान में ब्रेन रिसर्च केन्द्र की आधारशिला रखी। इसे भारतीय विज्ञान संस्थान के एक स्वायत्त केन्द्र के रूप में स्थापित किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने ओएनजीसी और मैसर्स सुपर वेव टेक्नोलॉजी प्रा. लिमिटेड के बीच सहमति पत्र पर हस्ताक्षर होते देखे। इस सहमति पत्र से तेल और गैस की खुदाई के लिए नई टेक्नोलॉजी विकसित होगी।
इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री श्री सदानंद गौड़ा, श्री अनंत कुमार और श्री धर्मेन्द्र प्रधान मौजूद थे।
प्रधानमंत्री को संस्थान में चल रही अनुसंधान गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने सौर ऊर्जा, जल प्रबंधन, कृषि के क्षेत्र में की गई पहलों में काफी दिलचस्पी दिखाई और भारतीय विज्ञान संस्थान तथा अन्य संस्थानों के बीच सहयोग के बारे में जानकारी हासिल की।