प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय एससी/एसटी हब और जीरो डिफेक्ट, जीरो इफेक्ट योजना का शुभारंभ किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 महिलाओं में चरखा वितरित किया
खादी हमारी प्राथमिकता है, घर में एक चरखा अधिक आय लेकर आता है: प्रधानमंत्री
देश की प्रगति के लिए गरीब को देश की आर्थिक मुख्यधारा में लाना आवश्यक है: प्रधानमंत्री
पहले यह केवल ‘खादी फॉर नेशन’ था, लेकिन अब यह ‘खादी फॉर फैशन’ है: नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पंजाब के लुधियाना में आज राष्ट्रीय एससी/एसटी हब और एमएसएमई के लिए जीरो डिफेक्ट-जीरो इफेक्ट (जेडईडी) योजना का शुभारंभ किया। साथ ही उन्होंने सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों (एमएसएमई) को राष्ट्रीय पुरस्कार से प्रदान किया। उन्होंने महिलाओं के बीच 500 पारंपरिक लकड़ी चरखा (कताई पहियों) का वितरण किया।

इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि लुधियाना एक महत्वपूर्ण आर्थिक केंद्र है, और इसलिए इस शहर से एमएसएमई से जुड़ी योजना का उद्घाटन स्वाभाविक है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की आर्थिक प्रगति के लिए एमएसएमई क्षेत्र काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि एमएसएमई को वैश्विक गुणवत्ता नियंत्रण मानकों पर जरूर गौर करना चाहिए।

चरखा वितरण के बारे में बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि खादी हमारे लिए प्राथमिकता है और घर पर चरखा रखने से आमदनी बढ़ती है। उन्होंने कहा कि अब खादी की अच्छी मार्केटिंग हो रही है, जबकि एक समय हमारा नारा था ‘देश के लिए खादी’, अब यह ‘फैशन के लिए खादी’ होना चाहिए।

प्रधानमंत्री ने कहा कि दलितों के बीच उद्यमशीलता की भावना से हमें फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि कई युवा ऐसे हैं जो उद्यम और रोजगार के अवसर सृजित करने के सपने देख रहे हैं।

इससे पहले प्रधानमंत्री ने हिमाचल प्रदेश के मंडी का दौरा किया जहां उन्होंने तीन पनबिजली परियोजनाएं- कोल्डम, पार्वती और रामपुर- राष्ट्र को समर्पित की।

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