ब्रिक्स देश शांति, सुधार, कारण और उद्देश्यपूर्ण कार्रवाई के प्रति अपनी आवाज बुलंद की है: प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री ने कहा कि ब्रिक्स देशों को हमारे आम आकांक्षाओं और लक्ष्यों को पूरा करने की दिशा में काम करना की जरूरत है: नरेंद्र मोदी
ब्रिक्स के सभी देशों का एकसाथ विकास वैश्विक विकास के लिए सबसे अच्छा: प्रधानमंत्री
आतंकवाद हमारी आर्थिक समृद्धि के लिए सबसे बड़ा और गंभीर खतरा है: नरेंद्र मोदी
भारत के पड़ोस का एक देश आतंकवाद की जननी है: प्रधानमंत्री
भारत विकास और जलवायु परिवर्तन के बीच एक सामंजस्यपूर्ण संतुलन बनाने के लिए प्रतिबद्ध है: प्रधानमंत्री

ब्रिक्स नेताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ब्रिक्स देशों ने शांति, सुधार, कारण और उद्देश्यपूर्ण कार्रवाई के प्रति अपनी आवाज बुलंद की है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन नई वैश्विक संस्थाओं का निर्माण किया गया है वे मौजूदा आर्किटेक्चर को बढ़ावा देते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘न्यू डेवलपमेंट बैंक और कंटिन्जेंसी रिजर्व व्यवस्था अच्छा काम कर रही हैं।’

प्रधानमंत्री ने कहा कि ब्रिक्स देशों को हमारे आम आकांक्षाओं और लक्ष्यों को पूरा करने की दिशा में काम करना की जरूरत है। ब्रिक्स के सभी देशों का एकसाथ विकास वैश्विक विकास के लिए सबसे अच्छा होगा।

प्रधानमंत्री ने उन महत्वपूर्ण चुनौतियों के बारे में भी बात की जिसस पूरा विश्व जूझ रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘अगर विकास के नए संचालक इसकी कमान अपने हाथ में लेते हैं तो, वहाँ कुशल प्रतिभाओं, विचारों, तकनीक और सीमा पूंजी का अविरल प्रवाह होना चाहिए।’

आतंकवाद पर बात करते हुए उन्होंने कहा यह हमारी आर्थिक समृद्धि के लिए सबसे बड़ा और गंभीर खतरा है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘दुर्भाग्यवश भारत का पड़ोसी देश ही आतंकवाद की जननी है।’ उन्होंने ब्रिक्स देशों से जल्द से जल्द सीसीआई को अपनाने और आतंकवाद के खिलाफ आपसी सहयोग को बढ़ावा देने की अपील की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एसडीजी द्वारा निर्धारित मार्ग या एजेंडा 2030 उम्मीदों का मूल्यवान खाका है और भारत की अपनी विकास प्राथमिकताएं उससे जुड़ी हुई हैं। उन्होंने कहा, ‘भारत ने हाल ही में पेरिस जलवायु समझौते को लागू किया है। हम विकास और जलवायु परिवर्तन के बीच एक सामंजस्यपूर्ण संतुलन बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’

प्रधानमंत्री ने साइबर स्पेस पर खतरों और समुद्री डकैती से लेकर मानव तस्करी जैसे गैर-पारम्परिक सुरक्षा चुनौतियों पर अपनी चिंता जताई।