प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज गांधी नगर में मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सम्मेलन में दोहराया कि भारत विकास के एक नये युग को देख रहा है और केन्द्र सरकार ने भारत को मजबूत, समावेशी और प्रगतिशील बनाने के लिए लक्षित नीतियों को पूरी गति प्रदान कर दी है।

प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि आतंकवाद पूरी मानवता के लिए खतरा है और अब समय आ गया है कि सभी मानवता वाली ताकतें एकजुट होकर आतंकवाद की समस्या से निपटने के लिए संकल्प लें। उन्होंने आतंकवाद के प्रति पूर्ण असहिष्णुता की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि इसके लिए राजनीतिक इच्छा शक्ति की आवश्यकता है। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि हम असीम आकांक्षाओं के साथ भारत में रह रहे हैं और हमें एक ऐसा उपयुक्त माहौल बनाने की आवश्यकता है जो इन आकांक्षाओं को वास्तविकता में बदलने में सक्षम हो।

प्रधानमंत्री ने अपने भाषण का समापन मशहूर कवि रॉबर्ट फ्रास्ट को उद्धत करते हुए किया।

“जंगल, प्यारे, अंधकार युक्त और गहरे हैं,( “The woods are lovely, dark, and deep, )

लेकिन मुझे अपने वायदों को पूरा करना है,( But I have promises to keep, )

और सोने से पहले मीलों की यात्रा पूरी करनी है, (And miles to go before I sleep,)

और सोने से पहले मीलों की यात्रा पूरी करनी है, (And miles to go before I sleep.”)

श्री मोदी ने सात सीईओ और अमरीका-भारत व्यापारिक परिषद् के एक प्रतिनिधिमंडल से भी मुलाकात की।