"CM dedicates war memorial for soldiers who devoted themselves for the protection of India"
"CM dedicates water supply pipeline, is confident that it will solve water problems for Jawans"

भारतीय सेना के हर जवान को लड़ने का हक मिलना चाहिएः श्री मोदी

जवानों की केंटीन से मिलने वाली वस्तुओं को वैटमुक्त करने की घोषणा

गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज स्वतंत्रता पर्व के राष्ट्रीय अवसर पर सीमावर्ती क्षेत्र कच्छ जिले की भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सरहद पर सीमा सुरक्षा बल की सरहदी चौकी धर्मशाला में वार मेमोरियल और जलापूर्ति योजना का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने आजादी पर्व की शुभकामनाएं देते हुए माँ भारती के तिरंगे की सुरक्षा के लिए तैनात राष्ट्र प्रहरी सीमा सुरक्षा बल के जवानों की जवांमर्दी और राष्ट्र सुरक्षा के लिए पीठ थपथपाई।

श्री मोदी ने कहा कि कच्छ के रेगिस्तान के इस सीमावर्ती भूभाग में प्राकृतिक विपदाओं के बीच भी भारत के तिरंगे की आन-बान-शान को झुकने नहीं देने के संकल्प के साथ दिन-रात जान की बाजी लगाकर खड़े जवानों के लिए देश और समाज गौरव महसूस करता है। मुख्यमंत्री ने वार मेमोरियल का शुभारंभ करने के बाद नर्मदा के पेयजल की २७.५० किमी. लंबी और ८.२७ करोड़ रुपये के खर्च से तैयार न्यू एक्सप्रेस पाइपलाइन की सुविधा से बीएसएफ के जवानों की पानी की स्थायी समस्या का निराकरण कर दिया। उन्होंने कहा कि नर्मदा की इस पाइपलाइन द्वारा सीमा की अंतिम चौकी तक पानी पहुंचाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि युद्ध में सीना तानकर दुश्मनों के दांत खट्टे करने वाले वीर शहीद जवानों के स्मारक वार मेमोरियल के निर्माण से उनका एक संकल्प पूरा हुआ है। इसका उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि ८५ लाख के खर्च से तैयार यह वार मेमोरियल शहीद वीरों को श्रद्धांजलि देने वाला स्मृति स्मारक बनेगा।

मुख्यमंत्री ने भारत की सीमाओं पर संकट है, ऐसे में बांग्लादेश की सरहद पर बीएसएफ के जवानों को दुश्मनों के खिलाफ लड़ने के अधिकार राइट टू रिटालिएट को वापस लेने के भारत सरकार के आदेश की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि दुश्मनों के खिलाफ लड़ने का भारतीय सेना के जवानों को अधिकार है, जो उन्हें वापस मिलना ही चाहिए। गुजरात सरकार ने बीएसएफ और सेन्ट्रल पुलिस फोर्स द्वारा संचालित कैंटीनों में बिकने वाली वस्तुओं पर राज्य सरकार द्वारा वैट से मुक्ति देने की घोषणा की और इस वैट को हटाने से जो बचत होगी उससे जवानों को अपनी बेटियों को पढ़ाने का खर्च करने का अनुरोध किया।

६७वें स्वतंत्रता पर्व के कच्छ में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह के अंतर्गत भुज में ध्वजारोहण के बाद मुख्यमंत्री धर्मशाला पहुंचे थे जहां बीएसएफ के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर के साथ मुख्यमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया।

इस मौके पर मुख्य सचिव वरेश सिन्हा, बीएसएफ गुजरात आईजीपी ए.के. सिन्हा, आईजी ए.एस. राठौर, डीआईजी एम.पी.एस. भाटी, कमांडेंट ए.एस. जोहल, जिला विकास अधिकारी आर.जे. भालारा, जलापूर्ति बोर्ड के मेम्बर सेक्रेटरी महेश सिंह, अधीक्षक इंजीनियर आर.एल. पटेल, कार्यपालक इंजीनियर एल.जी. फूफल मौजूद थे।