"Shri Modi spoke of the fundamental role of financial institutions in driving the economy and highlighted how no industry can progress without the development of the financial sector"
"Job creation is a priority for us. Our development model is leaning towards low-end activities. We want to upgrade that into high-end activity: Shri Narendra Modi"
"Shri Modi said that development of financial institutions was not about development of real estate, but was about service-providing"
"Shri Modi shares his idea of introducing a modern urban concept by creating new world-class cities with special characters"

वित्तीय सेवा क्षेत्र को वैश्विक परिप्रेक्ष्य में विकसित करें- श्री नरेन्द्र मोदी

‘भारत की ग्लोबल फाइनेंशियल हब बनेगी गिफ्ट सिटी’

भारत भर की बैंकों, वित्तीय संस्थाओं, और बीमा कंपनियों के चेयरमैन और प्रबंध निदेशकों का वित्तीय सेवाओं के विषय में फलदायी सामूहिक चिंतन

राउंड टेबल मीट में मुख्यमंत्री के समक्ष रखे सुझाव

गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी भारत की अर्थव्यवस्था में वित्तीय क्षेत्र की प्रभावी भूमिका के मद्देनजर वित्तीय सेवा क्षेत्र (फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर) को वैश्विक परिप्रेक्ष्य में विकसित करने की देश के वित्तीय संस्थानों, बैंकों और बीमा कंपनियों के वरिष्ठ पदाधिकारियों से अपील की।

गांधीनगर के निकट गिफ्ट सिटी के टावर-वन में बुधवार को गुजरात सरकार के वित्त विभाग के उपक्रम से नेशनल समिट ऑन फाइनेंशियल सर्विसेज का आयोजन संपन्न हुआ। वित्तीय सेवा क्षेत्र की इस राष्ट्रीय परिषद में देश की बैंकों, बीमा कंपनियों और वित्तीय संस्थानों के चेयरमैन व प्रबंध निदेशकों सहित वरिष्ठ पदाधिकारियों ने शिरकत की।

Shri Narendra Modi addresses summit on financial services, emphasizes on inclusion of the sector in the Nation’s growth story

वित्तीय सेवाएं भारत के आर्थिक विकास की अनोखी ताकत बन सकती है, इसकी भूमिका पेश करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस विषय में रणनीति बनाने के लिए हमारी प्राकृतिक क्षमता, टैलेन्ट, वित्तीय कौशल और बौद्धिकता के साथ सूचना-संचार-प्रौद्योगिकी (आईसीटी), इन सभी का समन्वय होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि आधारभूत संरचना, तकनीक और मानव संसाधनों को हमें वित्तीय क्षेत्र में वैश्विक अर्थव्यवस्था के बदलते परिमाणों के साथ विकसित करना होगा। इस सन्दर्भ में श्री मोदी ने कहा कि नये युग में गिफ्ट सिटी का प्रकल्प हाईटेक फाइनेंस सर्विसेज का ग्लोबल हब बनेगा।

मुख्यमंत्री ने २१वीं सदी में वैश्विक अर्थव्यवस्था के सन्दर्भ में लो-एंड एक्टिविटी में सीमित रहने के बजाय हाई-एंड लेवल अपग्रेडेशन की ऊंचाई पर जाने का व्यापक अभिगम अपनाने की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अब परंपरागत विकास के बदले नेक्स्ट जनरेशन इंफ्रास्ट्रक्चर, अर्बन सिटी इंफ्रास्ट्रक्चर और टैलेन्ट स्किल के समन्वय की जरूरत है।

श्री मोदी ने कहा कि हमारे पास जेम एंड ज्वैलरी के क्षेत्र में अनोखी प्रतिभा है, फिर भी हम सिर्फ डायमंड कटिंग-पॉलिशिंग की लो-एंड एक्टिविटी तक ही सीमित हैं।

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उन्होंने कहा कि टूरिज्म सेक्टर में भारत समूचे विश्व में हाई-एंड टूरिज्म के जरिए अपना प्रभाव क्यों नहीं जमा सकता। इसी तरह सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) के क्षेत्र में भी हम आउट सोर्सिंग और बीपीओ जैसे लो-एंड पर खड़े हैं। हमारे पास पर्याप्त बौद्धिक संपदा है, जरूरत है इसे हाई-एंड में विनियोग करने की मानसिकता बनाने की। इस सन्दर्भ में साइबर अपराधों की निरंतर बढ़ रही चुनौतियों के खिलाफ सुझाव पेश करते हुए उन्होंने बताया कि किस तरह वित्तीय सेवा क्षेत्र को साइबर सिक्योरिटी का कवच प्रदान किया जा सकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात के विकास मॉडल में जॉब क्रिएशन (रोजगार सृजन) अहम मुद्दा है। हम आधारभूत संरचना तथा तकनीक के साथ मानव संसाधन विकास को भी उतना ही महत्व प्रदान करते हैं। श्री मोदी ने वित्तीय क्षेत्र के लिए टैलेन्ट पूल तैयार करने का भी आह्वान किया।

श्री मोदी ने कहा कि गिफ्ट सिटी प्रोजेक्ट गुजरात की नैसर्गिक व्यावसायिक निपुणता और अर्थव्यवस्थापन कौशल की आधुनिक परिकल्पना के जरिए साकार हो रहा है।

गुजरात के मुख्यमंत्री ने राष्ट्र निर्माण में वित्तीय सेवा क्षेत्र की भूमिका के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि एनडीए शासनकाल में वित्तीय क्षेत्र में तकरीबन नौ कानूनी सुधार लाए गए। लगातार नीतियों में बदलाव से निर्धारित लक्ष्यों को हासिल नहीं किया जा सकता और २१वीं सदी में जब वैश्विक अर्थव्यवस्था का प्रभाव व्यापक बन चुका है, उन हालातों को ध्यान में रखते हुए वित्तीय, बैंकिंग और बीमा सेवाओं में वैश्विक परिप्रेक्ष्य में सुधार को सस्टेनेबल रिफॉर्म्स के तौर पर अपनाना पड़ेगा।

वित्तीय सेवा क्षेत्र को हाईटेक इंफ्रास्ट्रक्चर और क्वॉलिटी स्किल टैलेन्ट मैनपॉवर प्लानिंग से सक्षम बनाने की जरूरत पर बल देते हुए श्री मोदी ने गांधीनगर के गिफ्ट सिटी प्रोजेक्ट में भागीदार बनने का आमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि गिफ्ट आज की नॉलेज इकोनॉमी की समय की मांग है।

भारत तथा राज्य सरकारों में अनेक प्रकार की बीमा लाभ योजनाएं विविध प्रकार के लाभार्थियों के लिए अमल में हैं लेकिन सच्चे अर्थ में इसका लाभ निर्धारित व्यक्ति या समुदाय को मिले इस दिशा में किस तरह के रिफॉर्म्स-फ्रेम वर्क की आवश्यकता है, इस पर मंथन करने पर श्री मोदी ने जोर दिया।

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राउंड टेबल

गिफ्ट सिटी में राष्ट्रीय परिषद का शुभारंभ मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में राउंड टेबल मीट से हुआ, जिसमें १२ बैंकों, १३ बीमा कंपनियों और १७ वित्तीय क्षेत्र के संस्थानों के करीब ५० चेयरमैन, प्रबंध निदेशक तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने भाग लिया और भारत को ग्लोबल फाइनेंशियल हब बनाने को लेकर अपने सुझाव प्रस्तुत किए।

वाइब्रेंट गुजरात में भारत के वित्तीय एवं आर्थिक क्षेत्रों के पदाधिकारियों का स्वागत करते हुए श्री नरेन्द्र मोदी ने इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विस की हाईटेक इंफ्रास्ट्रक्चर सुविधा वाली गिफ्ट सिटी में अपनी कार्यप्रवृत्ति शुरू करने का आमंत्रण दिया।

इस मौके पर गुजरात सरकार के वित्त मंत्री नितिनभाई पटेल एवं ऊर्जा मंत्री सौरभभाई पटेल, गिफ्ट सिटी के चेयरमैन सुधीर मांकड़ सहित राज्य सरकार के वरिष्ठ सचिव उपस्थित थे।

कार्यक्रम की शुरुआत में राज्य सरकार के मुख्य सचिव डॉ. वरेश सिन्हा ने राउंड टेबल, नेशनल कॉन्फ्रेंस और नेशनल समिट ऑन फाइनेंशियल सर्विस के आयोजन की रूपरेखा पेश करते हुए स्वागत भाषण दिया, जबकि वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. हसमुख अढ़िया ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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