51 शक्तिपीठ की प्राणप्रतिष्ठा का दिव्य महोत्सव
गुजरात के मुख्यमंत्री ने गब्बर परिक्रमा स्थानों पर 51 शक्तिपीठ संकुल में यज्ञ- पूजा की
नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से एक ही स्थल पर एक साथ एक ही जन्म में विश्व की 51 शक्तिपीठ के दर्शन करवाने का प्रकल्प
श्री मोदी ने जगत जननी अम्बामां मंदिर में भक्तिभाव से दर्शन कर आध्यशक्ति के आशिर्वाद लिए
भारी संख्या में उमड़े भक्तों का किया अभिवादन
भारत की सांस्कृतिक विरासत के यात्रातीर्थों, यात्रा की महिमा और पर्यटन विकास को जोड़ने की भारत सरकार ने उपेक्षा की: मुख्यमंत्री
गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अम्बाजी यात्राधाम में 51 शक्तिपीठ के प्राणप्रतिष्ठा महोत्सव में कहा कि भारत की भव्य सांस्कृतिक विरासत के समान तीर्थधामों, यात्रा की महिमा और पर्यटन माध्यम के विकास की उपेक्षा की गई है। इअन तीनों के विकास का आयोजन करके भारत की अर्थव्यवस्था को बड़ी ताकत प्रदान की जा सकती है और इसमें भारत सरकार उदासीन रही है।
भारतवर्ष की आध्यात्मिक आध्यशक्ति विरासत की 51 शक्तिपीठ अम्बाजी यात्राधाम की गब्बर परिक्रमा पर स्थापित करने का भव्य प्रकल्प निर्माण सम्पन्न होने पर शक्तिपीठ प्राणप्रतिष्ठा महोत्सव आज आयोजित हुआ।
गब्बर परिक्रमा की तीन किलोमीटर परिसर में इस 51 शक्तिपीठ की प्राणप्रतिष्ठा विधि वेदोक्त परम्परा के अनुसार यज्ञ हवन के साथ सम्पन्न हुई। श्री मोदी ने शक्तिपीठों की हवन विधि और पूजा में भाग लिया।
जगत जननी अम्बाजी मन्दिर में भक्तिभाव से पूजा दर्शन करके मुख्यमंत्री शक्तिपीठ प्राणप्रतिष्ठा महोत्सव में उमंग उत्साह से उमड़े देश, विदेश के भक्तों का अभिवादन किया।
भारत ऐसी सांस्कृतिक विरासत है जहां नारीशक्ति को भगवान के तौर पर पूजा जाता है। इसकी महिमा का बखान करते हुए श्री मोदी ने कहा कि 17 राज्यों और 6 देशों में को मिलाकर 51 शक्तिपीठ स्थापित हैं। किसी भी श्रद्धालु के लिए 51 शक्तिपीठ का दर्शन करना सम्भव नहीं है। इसलिए ही शक्तिपीठों के मूल स्थापत्य और धार्मिक आध्यात्मिक परम्परा के साथ पूजा, पाठ की भक्ति और सात्विकता के भाव के साथ अम्बाजी में इस पवित्र कार्य को करने का मुझे सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
जगत जननी मां अम्बाजी आसुरी शक्तियों को परास्त करे और जन जन का कल्याण करे ऐसे भक्ति भाव यह शक्तिपीठ बनेगा, यह आशा उन्होंने जतायी।
गुजरात के मुख्यमंत्री ने राज्य में तीर्थस्थलों की महिमा को गौरवशाली रहने के साथ ही इसमें पर्यटन को शामिल कर गरीबों को रोजगार देने का अभिगम अपनाया है।
इस अवसर पर वित्त और स्वास्थ्य मंत्री नितिन भाई पटेल, मंत्री रमण लाल वोरा, पर्यटन राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा, राज्य मंत्री लीलाधर भाई वागेला, परबत भाई पटेल, शंकर भाई चौधरी, कलेक्टर जेजी. हिंगराजिया, संत, महंत और नागरिक उपस्थित थे।